BHU: छात्रों के विरोध के बाद छेड़खानी के आरोपी प्रोफेसर लंबी छुट्टी पर भेजे गए
वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय में दो दिनों से जारी प्रदर्शन के बीच विश्वविद्यालय प्रशासन ने एक बड़ा फैसला लिया। अधिकारियों के साथ हुई बैठक के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने छेड़खानी के आरोपों का सामना कर रहे जंतु विज्ञान विभाग के प्रोफेसर एस. के चौबे को लंबी छुट्टी पर भेज दिया है। इसके अलावा विश्वविद्यालय प्रशासन ने ये भी फैसला किया है कि इस मामले को दोबारा यूनिवर्सिटी की कार्य परिषद के सामने विचार के लिए रखा जाएगा।
आरोप है कि बीते साल, काशी हिंदू विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं के साथ प्रोफेसर चौबे दक्षिण भारत के टूर पर गए थे, जहां पर इन्होंने कुछ अश्लील हरकतें की थीं, इसकी शिकायत विश्वविद्यालय प्रशासन ने की थी। मामला सामने के आने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने इसकी जांच के लिए एक कमेटी बनाई थी और तब प्रोफेसर को लंबी छुट्टी पर भेज दिया गया था।
लेकिन, दोबारा उन्हें फिर से ज्वाइन कराया गया तो विरोध होने लगा। प्रोफेसर चौबे की दोबारा नियुक्ति पर विश्वविद्यालय के छात्रों का गुस्सा फूट पड़ा। देर रात तक छात्राओं को मनाने की कोशिश जारी रही लेकिन वे लोग मानने को तैयार नहीं थे। डॉक्टर से लेकर प्रॉक्टर तक ने छात्राओं से बात की लेकिन वे लोग प्रोफेसर की बर्खास्तगी की अपनी मांग पर अड़े रहे।
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बीएचयू के पीआरओ का कहना है कि काशी हिंदू विश्वविद्यालय के जंतु विज्ञान विभाग के प्रोफेसर एस. के. चौबे पर जांच कमेटी की सिफारिश के आधार पर 7 जून, 2019 को संपन्न कार्यकारिणी परिषद की बैठक में बड़ी पेनाल्टी लगाई गई है, उन्हें दोषी ठहराया गया है। इसके आधार पर उनको भविष्य में विश्वविद्यालय में कोई महत्वपूर्ण प्रशासनिक जिम्मेदारी नहीं दी जाएगी। प्रोफेसर कभी किसी अन्य संस्थान में आवेदन नहीं कर पाएंगे, अगर वे ऐसा करते भी हैं तो उनका आवेदन स्वीकार नहीं किया जाएगा क्योंकि उनपर लगाई गई पेनाल्टी उनके सर्विस रिकॉर्ड में मेंशन कर दी गई है।