भोपाल नाव हादसा: फरिश्ते की तरह नितिन ने बचाई 8 जानें, उठी वीरता पुरस्कार देने की मांग
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के भोपाल में शुक्रवार तड़के नाव डूबने से 11 लोगों की मौत हो गई थी। इस दौरान कई लोगों को बचाया भी गया था। हादसा तड़के करीब साढ़े चार बजे हुआ। नाव पलटने के बाद जब लोग डूबने लगे तो इस दौरान नितिन बाथम नाम के शख्स ने आठ लोगों को पानी से निकाला। हादसे के वक्त नितिन पास ही में थे और उन्होंने तुरंत पानी में छलांग लगा दी। वो आठ लोगों को पानी से वापस नाव पर चढ़ाने में कामयाब रहे। नितिन वहां ना होते तो हादसे में मरने वालों की संख्या ज्यादा हो सकती थी।
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भाजपा नेता ने कहा, वीरता पुरस्कार दिया जाए
मध्य प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता राहुल कोठारी ने नितिन के साथ ट्विटर पर तस्वीर शेयर की है। राहुल ने लिखा है, भोपाल हादसे में आज 8 लोगों की जान बचाने वाले ये हैं 'नितिन बाथम'। तुरंत दूसरी नाव से लटककर बाकी लोगों को सहारा देकर मिनटों में बचाया। प्रधानमंत्री और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री से अनुरोध हैं कि इन्हें वीरता पुरस्कार एवं नौकरी देकर हौसला बढ़ाएं।
गणपति विसर्जन के दौरान हादसा
भोपाल में शुक्रवार तड़के ये हादसा गणेश विसर्जन के दौरान हुआ। छोटा तालाब के खटलापुरा घाट पर घटना तब हुई जब कोई 19-20 लोग दो नावों में सवार होकर गणपति को विसर्जित करने के लिए जा रहे थे। तभी नाव डूब गई, जिसमें 11 जानें चली गईं। हादसे के बाद गोताखोरों ने शवों को निकाला। मारे गए लोग पिपलानी इलाके के रहने वाले थे।
मृतकों के परिवारों को 11-11 लाख का मुआवजा
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने नाव डूबने से मरने वालों के परिवारों को 11-11 लाख मुआवजा राशि देने का ऐलान किया है। शुक्रवार को हादसे के बाद राज्य सरकार की ओर से मृतकों के परिवारों को 4-4 लाख की मुआवजा राशि देने की बात कही गई थी। इसके कुछ घंटे बाद सीएम कमलनाथ ने बताया कि उनकी सरकार ने मुआवजा राशि बढ़ाकर 11 लाख करने का फैसला किया है।
भोपाल नाव हादसा, सीएम कमलनाथ ने मृतकों के परिवारों को मुआवजा राशि बढ़ाकर 11 लाख की