उत्तराखंड के स्कूलों में अब मिड डे मील से पहले होगा भोजन मंत्र का जाप
देहरादून। उत्तराखंड के सरकारी स्कूलों के लिए प्रदेश की भाजपा सरकार ने नया ऐलान किया है। उत्तराखंड शिक्षा विभाग प्रदेश के 18000 स्कूलों में अब खाना खाने से पहले भोजन मंत्र का जाप कराने की तैयारी कर रहा है। प्रदेश के 18000 सरकारी स्कूलों में 12 लाख बच्चे मिड डे मील से पहले भोजन मंत्र का उच्चारण करेंगे, यह मंत्र संस्कृत में होगा और इसे स्कूल के किचन की दीवारों पर भी लिखवाया जाएगा।
दीवार पर लिखवाया जाएगा मंत्र
इस बाबत जुलाई के पहले हफ्ते में समीक्षा बैठक के दौरान उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय और अन्य अधिकारियों ने यह सुझाव रखा और कहा कि स्कूल में खाना खाने से पहले भोजन मंत्र का जाप होना चाहिए। स्कूल एजुकेशन के डायरेक्टर आरके कुंवर ने बताया कि समीक्षा बैठक के दौरान शिक्षा मंत्री और तमाम अधिकारियों ने इस बात का सुझाव दिया है कि भोजन मंत्र का जाप मिड डे मील से पहले होना चाहिए। हम तमाम स्कूलों को इस बाबत निर्देश भेजने की तैयारी कर रहे हैं। हालांकि यह मंत्र स्कूल के किचन की दीवार पर पेंट किया जाएगा, लेकिन ऐसा किया जाना अनिवार्य नहीं है, यह स्कूल प्रशासन और बच्चों पर है कि वह दीवार पर मंत्र लिखवाना चाहते हैं या नहीं।
कांग्रेस ने बोला हमला
हालांकि कुंवर ने यह नहीं बताया कि यह मंत्र क्या है, लेकिन उन्होंने बताया कि बैठक के दौरान कई फैसले लिए गए, जिसमे स्कूलों में योग को भी पाठ्यक्रम में शामिल किए जाने की बात कही गई, साथ ही छात्रों को देश के महान नेताओं के बारे में जानकारी दी जाएगी। साथ ही स्कूल की शुरुआत गायत्री मंत्र या फिर सरस्वती वंदना से की जाएगी। सरकार के इस फैसले पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि उत्तराखंड में सरकारी स्कूल काफी खराब स्थिति में हैं। ऐसे में भाजपा को इसकी कतई जरूरत नहीं है कि वह असल मुद्दे से लोगों का ध्यान भटकाए, मंत्र का जाप, वंदे मातरम का गायन स्कूल में विवाद पैदा करेगा।
भाजपा ने कहा कुछ भी गलत नहीं
उत्तराखंड के भाजपा अध्यक्ष अजय भट्ट ने बताया कि कई स्कूलों की शुरुआत सरस्वती वंदना के साथ होती है, इस पहल के साथ हम छात्रों को इस बात से अवगत कराना चाहते हैं कि उनकी परंपरा और संस्कृति क्या है। मुझे इसमे कुछ भी गलत नहीं लगता है और इसमे कुछ भी आपत्तिजनक नहीं है।