भीमा कोरेगांव हिंसा: जिग्नेश मेवाणी, उमर खालिद के खिलाफ शिकायत दर्ज
नई दिल्ली। गुजरात के वडनगर से विधायक जिग्नेश मेवाणी और जेएनयू विश्वविद्यालय में शोध छात्र उमर खालिद के खिलाफ भीमा कोरेगांव हिंसा मामले में पुणे के डेक्कन पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है। पुलिस को मिली शिकायत में कहा गया है जिग्नेश और उमर खालिद ने भड़काऊ बयान दिए जिससे की दो जातीय समूहों के बीच तनाव पैदा हो गया।
भीमा कोरेगांव की ये है कहानी
बता दें कि पुणे के भीमा कोरेगांव में मंगलवार को महार रेजिमेंट के पेशवाओं पर जीत के 200 वर्ष पूरे होने पर 'शौर्य दिवस' का आयोजन किया था। बताया जाता है कि इस लड़ाई में अंग्रेजों की तरफ से लड़ते हुए महार रेजिमेंट के 500 सैनिकों ने हजारों की संख्या वाली पेशवा बाजीराव की सेना को हरा दिया था। यह लड़ाई 1 जनवरी 1818 को लड़ी गई थी। तभी से हर साल हजारों की संख्या में यहां दलित समुदाय के लोग इकठ्ठा होकर महार रेजिमेंट की जीत का जश्न मनाते हैं।
दक्षिणपंथी संगठन कर रहे थे विरोध
इस साल 1 जनवरी को इस ऐतिहासिक लड़ाई के 200 साल पूरे हो गए जिस मौके पर दलित समुदाय की तरफ से भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में जिग्नेश मेवाणी और उमर खालिद समेत कई तमाम लोगों को बुलाया गया था। कई दक्षिणपंथी संगठन शुरू से ही इस समारोह का विरोध कर रहा था। वे इस जीत को 'अंग्रेजो की जीत' बताकर इसके जश्न का विरोध कर रहे थे।
हिंसा में एक व्यक्ति की मौत
मंगलवार को इस कार्यक्रम के शरू होने के कुछ ही घंटों में पुणे के कई इलाकों में जातीय संघर्ष की खबरें आने शुरू हो गईं। पुणे में भड़की यह हिंसा की आग धीरे धीरे मुंबई समेत महाराष्ट्र के कई इलाकों में फैल गई। इस हिंसा में 1 व्यक्ति की मौत भी हो गईजबकि 100 से ज्यादा लोगों को हिरासत लिया गया है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस मामले में न्यायिक जांच की बात कही है।
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