भीमा कोरेगांव हिंसा: वामपंथी विचारक वरवर राव को 26 नवंबर तक पुलिस हिरासत में भेजा गया
नई दिल्ली। भीमा कोरेगांव केस में एक्टिविस्ट और माओवादी लेखक वरवर राव को पुणे सेशन कोर्ट ने 26 नवंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है। राव को उनके आवास हैदराबाद से पुणे पुलिस ने गिरफ्तार किया था और कल ही उनके नजरबंद की अवधि समाप्त हुई थी। यह दूसरी बार है जब राव को गिरफ्तार किया गया है, जिन पर कथित रूप से पीएम मोदी की हत्या की साजिश रचने के आरोप है।
पुणे पुलिस ने शनिवार देर शाम वरवर राव को हैदराबाद से उनके आवास से गिरफ्तार किया था, जिसके बाद उन्हें पुणे सेशन कोर्ट में पेश किया गया। राव पर पीएम मोदी की हत्या की साजिश रचने का आरोप है, हालांकि उनकी पत्नी और उनक परिवार वालों इसका इनकार किया है।
बता दें कि अगस्त में कथित माओवादी लिंक के लिए पुणे पुलिस ने देश भर से नौ कार्यकर्ताओं पर छापा मारा था, उनमें से वरवर राव समेत पांच को गिरफ्तार किया गया था। पुणे सेशन कोर्ट ने इसी महीने भीमा कोरेगांव हिंसा में आरोपी अरुण फेरेरा, वर्नोन गॉनजैल्विस और सुधा भारद्वाज को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। इससे पहले कोर्ट ने उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी थी और तीनों को नजरबंद रखा गया था।
इसी साल जून में पुणे पुलिस न दावा किया था कि गिरफ्तार हुए पांच माओवादियों में से किसी एक घर से पीएम मोदी की कथित रूप से हत्या की साजिश रचने और भीमा कोरेगांव में हिंसा से जुड़ा लेटर बरामद किया था। पुलिस के अनुसार, राजीव गांधी की स्टाइल में पीएम मोदी की हत्या की साजिश रची गई है। पुलिस की मानें तो इस लेटर में वरवर राव का भी नाम था।
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