भीमा कोरेगांव हिंसा में जिग्नेश मेवाणी को समन कर सकती है पुलिस
नई दिल्ली। भीमा कोरेगांव हिंसा मामले में पुणे के संयुक्त पुलिस आयुक्त रवींद्र कदम ने कहा है कि अगर जरूरत पड़ी तो गुजरात के बड़गाम से विधायक जिग्नेश मेवाणी को भी मामले में पूछताछ के लिए समन भेजा जा सकता है। कदम ने कहा कि ये जांच पर निर्भर करेगा। इस मामले में एक दिन पहले दिल्ली से गिरफ्तार रोना जैकब विल्सन के नक्सल कनेक्शन पर उन्होंने कहा कि जांच के बाद ही किसी नतीजे पर पहुंचा जा सकेगा।
कदम ने कहा, 8 जून को दर्ज एफआईआर पर कार्रवाई करते हुए जिन आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है, उनमें से कुछ के नक्सलियों जुड़ाव की हम जांच कर रहे हैं और कुछ के ठिकानों पर छापेमारी भी की गई है। रोना विल्सन के बारे में जॉइन्ट सीपी कदम ने कहा कि विल्सन के घर से पेन ड्राइव, हार्ड डिस्क और कुछ कागजात बरामद हुए हैं जिसे फॉरेंसिक लैब भेजा गया है। विल्सन और सुरेंद्र गाडलिंग के संबंध नक्सलियों से होने के कुछ सबूत मिले हैं।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने पुणे पुलिस के साथ ज्वाइंट ऑपेरशन कर कोरेगांव हिंसा के आरोपी रोना जैकब विल्सन को दिल्ली के मुनीरिका स्थित डीडीए फ्लैट से गिरफ्तार किया है। पुणे पुलिस ने मुंबई और नागपुर से भी हिंसा के 1-1 आरोपी को पकड़ा है। मामले में तीन गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। पुलिस ने रोना जैकब विल्सन को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया। जहां से उसे दो दिन की ट्रांजिट रिमांड पर भेजा गया है।
इस साल एक जनवरी को महाराष्ट्र के कोरेगांव-भीमा में हिंसा हुई थी। हिंसा के एक दिन पहले एलगार परिषद के आयोजन में गुजरात के विधायक जिग्नेश मेवानी और जेएनयू के छात्र नेता उमर खालिद पर कथित तौर पर भड़काऊ भाषण देने का आरोप है।
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