जब तक योगी इस्तीफा नहीं देते, हाथरस पीड़िता को न्याय मिलने की उम्मीद नहीं: आजाद
नई दिल्ली। हाथरस की घटना के विरोध में दिल्ली के जंतर मंतर पर प्रदर्शन हुआ। इस प्रदर्शन में भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद भी शामिल हुए। भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने कहा, यह प्रशासन नहीं है, बल्कि यह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री का काम है, जिन्होंने मीडिया और राष्ट्रीय व राजनीतिक नेताओं सहित सभी के लिए प्रवेश वर्जित कर दिया है। मैं सभी सफाई कर्मचारियों से काम बंद करने और इस सरकार को गंदगी में छोड़ने की अपील करता हूं।
भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि मैं हाथरस का दौरा करूंगा। हमारा संघर्ष तब तक जारी रहेगा, जब तक यूपी के सीएम इस्तीफा नहीं देते, और न्याय दिया जाता है। उच्चतम न्यायालय मामले में संज्ञान नहीं ले लेता तब तक हाथरस में कथित सामूहिक बलात्कार और उत्पीड़न से जान गंवाने वाली 19 वर्षीय युवती को न्याय मिलने की कोई उम्मीद नहीं है।
आजाद ने कहा कि, जब तक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा नहीं दे देते और उच्चतम न्यायालय मामले में संज्ञान नहीं ले लेता तब तक हाथरस में कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार और उत्पीड़न से जान गंवाने वाली 19 वर्षीय युवती को न्याय मिलने की कोई उम्मीद नहीं है। हाथरस की घटना के विरोध में नागरिक संगठनों के कार्यकर्ता, छात्र, महिलाएं, आम आदमी पार्टी और वामपंथी दलों के नेता शुक्रवार की शाम जंतर-मंतर पर एकत्र हुए।
हाथरस में दलित लड़की से हैवानियत के बाद मौत और उस पर राज्य सरकार के रवैये का मामला तूल पकड़ता जा रहा है और सभी विपक्षी दल इस घटना को लेकर योगी सरकार पर लगातार हमलावर हैं। इसी को लेकर आज कांग्रेस, आम आदमी पार्टी (आप) और भीम आर्मी ने योगी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इस प्रोटेस्ट में सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी और सीपीआई नेता डी. राजा भी शिरकत करने पहुंचे। येचुरी ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से इस्तीफे की मांग की है। इससे पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने वाल्मीकि मंदिर में प्रार्थना सभा में हिस्सा लिया।
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