23 फरवरी के भारत बंद से पहले चंद्रशेखर आजाद का बड़ा ऐलान, कल RSS हेडक्वार्टर के सामने फहराएंगे तिंरगा
नई दिल्ली। आरक्षण को लेकर जिस तरह से सुप्रीम कोर्ट ने अपनी टिप्पणी दी, उसके बाद भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर आजाद ने 23 फरवरी को भारत बंद का ऐलान किया है। इस बाबत उन्होंने खुले तौर पर कहा है कि सभी साथी 23 फरवरी को भारत बंद की तैयारी करें। हम 16 फरवरी को मंडी हाउस से पार्लियामेंट तक मार्च निकालकर सरकार को बता देंगे कि आरक्षण से किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ बर्दाश्त नही की जाएगी। मैं सभी राजनीतिक पार्टियों से अपील करता हूँ कि 23 फरवरी के भारत बंद में सहयोग करें।
आरएसएस के हेडक्वार्टर के सामने फहराएंगे तिरंगा
चंद्रशेखर आजाद ने ट्वीट करके लिखा कि मैं कल 2 बजे रेशमबाग नागपुर आ रहा हूँ। फर्जी राष्ट्रवादियों का संगठन आरएसएस जिसने आज तक तिरंगे को सम्मान नही दिया कल हम उनके हेडक्वार्टर के सामने तिरंगा फहराएंगे। मैं चाहूंगा कि कल सभी साथी रेशमबाग तिरंगा लेकर पहुंचे और बता दें कि इनके भगवे पर हमारा तिरंगा भारी है। गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में आरक्षण को लेकर कहा था कि आरक्षण मौलिक अधिकार नहीं है और राज्य सरकार इसे देने के लिए बाध्य नहीं है। जिसके बाद विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर है और संसद में इस बाबत बिल लाने की मांग कर रहे हैं।
शिवपाल ने किया समर्थन
भीम आर्मी के भारत बंद को प्रगतिशील समाजवादी पार्टी ने अपना समर्थन दिया है। पार्टी के मुखिया शिवपाल यादव ने आरक्षण को लेकर भीम आर्मी द्वारा बुलाए गए भारत बंद का समर्थन किया है, पार्टी की ओर से इस बाबत प्रेस विज्ञप्ति जारी करके जानकारी दी गई है। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी द्वारा समर्थन दिए जाने पर चंद्रशेखर आजाद ने ट्वीट करके शिवपाल यादव का शुक्रिया अदा किया है। उन्होंने ट्वीट करके लिखा कि 23 फरवरी भारत बंद का समर्थन करने के लिए प्रगतिशील समाजवादी पार्टी एवं वरिष्ठ नेता शिवपाल यादव जी का धन्यवाद।
सीएए का विरोध जारी
वहीं नागरिकता संशोन कानून को लेकर पूरे देश में विरोध जारी है। अलग-अलग हिस्सों में लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी बीच भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद ने बुधवार को केंद्र सरकार को चुनौती दे दी है। उन्होंने कहा है कि वह देश में सीएए, एनपीआर (राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर) और एनआरसी (राष्ट्रीय नागरिकता पंजी) को लागू करके दिखाए। चंद्रशेखर आजाद ने उत्तराखंड के देहरादून में सीएए और एनपीआर के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन में बोल रहे थे। आपको बता दें कि सीएए देश में पहले ही लागू किया जा चुका है।
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