भारतीय किसान यूनियन का बड़ा ऐलान, 6 जून को पंजाब में थम जाएगा किसान आंदोलन
नई दिल्ली: कर्जमाफी और कृषि उत्पादों की सही कीमत की मांग को लेकर किसानों का आंदोलन आज चौथे दिन भी जारी है। 1 जून से शुरू हुए इस आंदोलन के कारण बाजार में सब्जियों की कीमतों में तेजी देखने को मिली है जबकि आंदोलन के दौरान किसानों ने दूध और सब्जियां सड़कों पर फेंककर अपना विरोध भी जताया है। यूपी, पंजाब, उत्तराखंड और हरियाणा में जगह-जगह किसानों ने दूध की नदियां सड़कों पर बहा दीं और जाम भी लगाया। इस आंदोलन का व्यापक असर पंजाब, हरियाणा और महाराष्ट्र के साथ-साथ मध्य प्रदेश में भी देखने को मिला है।
वहीं इस को लेकर अब भारतीय किसान यूनियन ने बड़ा बयान दिया है। भारतीय किसान यूनियन के बीएस राजू ने आज कहा कि अब तक आंदोलन शांतिपूर्ण है और कई जगह किसान सीधे ग्राहकों को उत्पाद बेच रहे हैं जिससे दोनों को लाभ हो रहा है। उन्होंने कहा कि किसान और सप्लायर्स के बीच विवाद को देखते हुए आंदोलन खत्म करने का फैसला लिया गया है। ये हड़ताल पंजाब में 6 जून को समाप्त हो जाएगी।
किसानों द्वारा मांगों को लेकर किए जा रहे आंदोलन का कुरुक्षेत्र में मिलाजुला असर देखने को मिला है। नागपुर में केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह के किसान आंदोलन को लेकर दिए गए बयान पर विरोध भी देखने को मिला। नाराज किसानों ने सड़क पर दूध बहाया। किसानों के आंदोलन के कारण कई राज्यों में दूध की किल्लत की खबरें भी आईं।
इस हड़ताल के कारण देश के कई राज्यों में सब्जियों के दाम भी बढ़ गये हैं और आमजन को परेशानी का सामना भी करना पड़ा है। किसान आंदोलन के चौथे दिन महाराष्ट्र में व्यापारियों ने कहा कि बंद का मामूली असर है। जबकि मध्य प्रदेश के कई स्थानों पर पुलिस की मौजूदगी में सब्जियों की बिक्री जारी है।