कांग्रेस उम्मीदवार का दावा, अगर इस सीट से हारे तो गुजरात में नहीं जीत पाएंगे एक भी सीट
नई दिल्ली। पिछले लोकसभा चुनाव में गुजरात की सभी 26 लोकसभा सीटों पर हार का सामना करने वाली कांग्रेस पार्टी को इस बार के चुनाव में कुछ सीटों पर जीत की उम्मीद है। कांग्रेस ने आणंद सीट पर भारत सिंह सोलंकी को टिकट दिया है। भारत सिंह सोलंकी का दावा है कि गुजरात में कांग्रेस की यह सबसे सुरक्षित सीट है और वह इसी पर सीट हासिल कर लेंगे। भारत सिंह ने कहा कि, अगर कांग्रेस मध्य गुजरात में आणंद लोकसभा सीट नहीं जीत सकती है, तो वह राज्य की 26 में से कोई भी सीट नहीं जीत सकती है।
2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने गुजरात की सभी 26 सीटों पर कांग्रेस को हराया था। देश की दूध की राजधानी के तौर पर पहचान रखाने वाली आनंद सीट पर इस बार कांटे की टक्कर का मुकाबला देखने को मिल सकता है। सोलंकी यहां से दो बार 2004 और 2009 में सांसद रह चुके हैं। लेकिन दिलीप सिंह ने 2014 में मोदी लहर के चलते सोलंकी को हराया था। इस बार बीजेपी ने इस सीट पर बिजनेसमैन मितेश पटेल को टिकट दिया है। मितेश का यह पहला चुनाव है।
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आणंद को गुजरात में कांग्रेस का मजबूत गढ़ माना जाता है। कांग्रेस नें इस सीट से 10 बार लोकसभा चुनाव जीता है, जबकि बीजेपी 1989, 1999 और 2014 में 3 बार इस सीट पर अपना कब्जा जमाने में सफल रही थी। इस सीट पर सोलंकी के नाना ईश्वर चावड़ा 1980 से लेकर 1998 तक पांच बार जीते थे। भाजपा के मितेश पटेल ने दावा किया कि यहां के लोग भाजपा के पक्ष में मतदान करेंगे क्योंकि वे नरेंद्र मोदी को फिर से प्रधानमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं। वहीं सोलंकी ने कहा कि रोजगार की कमी और कृषि संकट जैसे बुनियादी मुद्दे कांग्रेस की जीत सुनिश्चित करेंगे।
गुजरात में सोलंकी 2015 से 2017 के बीच राज्य की कांग्रेस के अध्यक्ष रहे हैं। ऐसे में वे इस चुनाव में जाने से पहले काफी उत्साहित हैं। 2014 में सोलंकी की हार के बारे में स्थानीय लोगों का कहना है कि जनता के प्रति उनका जुड़ाव कम रहा था, जिसके कारण उन्हें हार का सामना करना पड़ा है। सोलंकी के गांव के एक निवासी मूलजी सोलंकी ने कहा कि, डेदारदा से गुजरने वाली सड़क अभी भी दो लेन की है। हमारे पास 10 वीं कक्षा तक का एक स्कूल है। इसमें कोई संदेह नहीं है कि ग्रामीणों के दिल में सोलंकी के लिए एक जगह है क्योंकि वह इस गाँव से मतदाता के रूप में पंजीकृत हैं, लेकिन हम भाजपा सरकार की योजनाओं की अनदेखी नहीं कर सकते हैं।
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