सर्वे: सबरीमाला विवाद के बाद केरल में मजबूत हुई बीजेपी, पीएम की रेस में राहुल ने मोदी को पछाड़ा
नई दिल्ली। केरल में सबसे कमजोर मानी जाने वाली पार्टी भारतीय जनता पार्टी हाल ही में राज्य में हुए सबरीमाला विवाद के बाद राज्य में एक नई राजनीतिक ताकत के रूप में उभरी है। इंडिया टुडे पॉलिटिकल स्टॉक एक्सचेंज (PSE) द्वारा जारी किए आंकड़ों के मुताबिक राज्य के 45 फीसदी वोटर मानते हैं कि बीजेपी केरल में सबरीमाला विवाद के कारण राजनीतिक ताकत के तौर पर उभरी है, वहीं 33 फीसदी वोटरों का मानना है कि, इस विवाद का कोई असर नहीं है।
सबरीमाला विवाद के बाद बीजेपी उभरी
माना जा रहा है कि, यह उभार सबरीमाला में महिलाओं के प्रवेश के बाद लेफ्ट सरकार से लोगों की नाराजगी के कारण आया है। सबरीमाला में महिलाओं के प्रवेश को लेकर राज्य में लगातार हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं। इन प्रदर्शनों को अधिकतर हिंदूवादी संगठन लीड कर रहे हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि इन संगठनों को बीजेपी सहयोग दे रही है। 2016 में, 140 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा केवल एक सीट जीत सकती थी। लेकिन जहां तक सबरीमाला का संबंध है, 58 प्रतिशत लोगों का मानना है कि केरल सरकार इस मुद्दे को लेकर अपने रुख पर कायम है।
24 फीसदी लोग भगवान अयप्पा मंदिर के महिलाओं के प्रवेश को गलत मानते है
पीएसई सर्वे के मुताबिक, 24 फीसदी लोग भगवान अयप्पा मंदिर के महिलाओं के प्रवेश को गलत मानते है, जबकि 23 प्रतिशत लोग इसे लैंगिक समानता के संकेत के रूप में देखते हैं। जबकि 16 फीसद लोगों का मानना है कि, सुप्रीम कोर्ट के फैसले को बरकरार रखना बमुश्किल है। वहीं पीएसई के मुताबिक, पिनाराई विजयन सरकार की लोकप्रियता अक्टूबर में 42 प्रतिशत से घटकर जनवरी में 39 प्रतिशत रह गई है।
सीएम पिनाराई विजयन अभी केरल के लोगों की पहली पसंद
राज्य का अगला सीएम कौन होगा के सवाल पर भी सीएम पिनाराई विजयन की लोकप्रतियता में 2 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली है। तीन महीने पहले राज्य के 27 प्रतिशत लोगों की पहली पसंद पिनाराई थे लेकिन अब यह आंकड़ा 25 प्रतिशत पर आ गया है। वहीं कांग्रेस नेता ओमन चांडी को अगले मुख्यमंत्री के रूप में 22 प्रतिशत मतदाताओं का समर्थन प्राप्त है। जबकि अक्टूबर में यह आंकड़ा 20 फीसदी था। हालाकि गिरावट के बाद भी सीएम पिनाराई विजयन राज्य में सबसे अधिक लोकप्रिय हैं।
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दक्षिण में राहुल पीएम पद की पहली पसंद
अगामी लोकसभा चुनाव में केरल में कौन से मुद्दे सबसे उपर रहने वाले हैं। इस पर PSE सर्वे में सबसे ज्यादा 29% प्रतिभागियों ने रोज़गार के अवसर को सबसे अहम मुद्दा बताया, वहीं 22% वोटरों की नज़र में भ्रष्टाचार और 18% के मुताबिक महंगाई अहम मुद्दे हैं। केरल में बेअसर नौकरशाही को भी 11% प्रतिभागियों ने अहम मुद्दा बताया। जहां तक प्रधानमंत्री के लिए पसंद की बात की जाए तो दक्षिण में राहुल गांधी ने नरेंद्र मोदी पर बढ़त बनाई हुई है। कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी ने दक्षिणी राज्य में लोकप्रियता में वृद्धि दर्ज की है। जनवरी में 41 प्रतिशत ने उन्हें अगले प्रधानमंत्री के रूप में समर्थन दिया, जबकि यह आंकड़ा अक्टूबर में 38 प्रतिशत था। दूसरी ओर, पीएम नरेंद्र मोदी को तीन महीने पहले की तुलना में 31 से घटकर 30 फीसदी पर आ गए हैं।
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