ओडिशा यूनिट में कोरोना समेत 10 अलग-अलग टीकों का निर्माण करेगी भारत बायोटेक
नई दिल्ली। भारत बायोटक इंटरनेशनल लिमिटेड (बीबीआईएल) ने शुक्रवार को बताया कि वह आगामी ओडिशा यूनिट में कोरोनावायरस वैक्सीन समेत कुल 10 तरह के टीकों का निर्माण करेगी। हैदराबाद स्थित बीबीआईएल कंपनी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक डा. कृष्णा एला ने ओडिशा के मुख्य सचिव ए के त्रिपाठी और राज्य सरकार के अन्य अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग मीटिंग के दौरान यह सूचना दी है।
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डा.एला ने कहा कि बीबीआईएल एक बहु-आयामी जैव प्रोद्योगिकी संस्थान है, जो टीके और जैव चिकित्सा के निर्माण क्षेत्र में विशेषज्ञता रखती है। उन्होंने बताया कि कंपनी रोटावायरस, डायरिया, मलेरिया, जापानी इंसेफेलाइटिस, रेबीज, महामारी इन्फ्लुएंजा और दवा प्रतिरोधी स्टैफिलोकोकस ऑरियस के खिलाफ नए अथवा बेहतर टीकों के विकास और उत्पादन का काम कर चुकी है।
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गौरतलब है भुवनेशवर के अंधेरूआ में बीबीईल की आगामी यूनिट में कंपनी मलेरिया और कोरोनावायरस समेत 10 तरह के टीकों का उत्पादन करेगी, जिसके लिए लगभग 300 करोड़ रुपए का निवेश होगा। बीबीईल प्रमुख ने बताया कि सर्वश्रेष्ट तकनीक को ओडिशा यूनिट में रखा जाएगा। वहीं, मुख्य सचिव ने बीबीईएल को आश्वासन दिया है कि राज्य सरकार भुवनेश्वर के अंधेरूआ में इकाई के भविष्य के विस्तार के लिए सभा सहायता प्रदान करेगी।
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राज्य मुख्य सचिव त्रिपाठी ने अधिकारियों को एक पखवाड़े के भीतर जमीनी स्तर के निर्माण कार्य शुरू करने और निर्धारित समय के भीतर उत्पदान शुरू करने का निर्देश दिया है। उन्होंने ने बीबीईळ को उद्योग के पहले चरण के निर्माण के साथ-साथ स्टेट ऑफ ऑर्ट बायोटेक इनक्यूबेशन सेंटर, सामान्य सुविधाएं और आईटी कॉरिडोर सेट अप करने के लिए कहा। इसके साथ ही कंपनी से स्थानीय स्टार्ट अप को बढ़ावा देने के लिए भी अपील की गई है।
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