वैक्सीन ट्रायल के दौरान वॉलिंटियर की मौत पर भारत बायोटेक ने दी सफाई
भारत बायोटेक ने कोरोना की वैक्सीन के तीसरे चरण के ट्रायल के दौरान हुई भोपाल के एक प्रतिभागी की मौत पर सफाई दी है। दवा कंपनी ने कहा कि वॉलिंटियरको वैक्सीन ट्रायल के सभी नियम और शर्तों के बारे में पूरी जानकारी दी गई थी और
नई दिल्ली। भारत बायोटेक ने कोरोना की वैक्सीन के तीसरे चरण के ट्रायल के दौरान हुई भोपाल के एक प्रतिभागी की मौत पर सफाई दी है। दवा कंपनी ने कहा कि वॉलिंटियर को वैक्सीन ट्रायल के सभी नियम और शर्तों के बारे में पूरी जानकारी दी गई थी और वैक्सीन देने के अगले 7 दिनों तक की गई देखरेख में उसका हालचाल लिया गया था। उस दौरान कंपनी ने उसके स्वास्थ्य को पूरी तरह फिट पाया। कंपनी ने आगे कहा कि प्रतिभागी ने तीसरे चरण के ट्रायल के लिए किए गए पंजीकरण में ट्रायल के सभी मानकों को पूरा किया था।
क्या है पूरा मामला
Recommended Video
आपको बता दें कि दवा कंपनी भारत बायोटेक ने हाल ही मैं अपनी कोरोना वायरस की वैक्सीन का तीसरे चरण किया था। अपने तीसरे चरण के ट्रायल के दौरान ट्रायल में शामिल भोपाल निवासी दीपक मारावी की वैक्सीन लेने के 9 दिन बाद मौत हो गई थी। पीड़ित के परिजनों का कहना है कि मारावी की मौत वैक्सीन लेने से हुई है।
वहीं,खबर की मानें तो देश के करीब 26 लोगों पर यह ट्रायल किया गया था, जिसमें दीपक मारावी भी शामिल था। हालांकि किसी और व्यक्ति ने वैक्सीन लेने के बाद किसी प्रकार की परेशानी की बात नहीं कही है। वहीं मारावी के परिजन का कहना है कि मृतक के घरवालों को इस बात की कोई जानकारी नहीं थी कि उसने कोरोनो वैक्सीन ली थी और उसके पास वैक्सीनेशन से जुड़ा कोई कागज भी नहीं मिला है। वहीं पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में दीपक की मौत का कारण हार्ट अटैक बताया गया था।