आज भारत बंद: बैंकों में कामकाज ठप, 25 करोड़ लोग शामिल, सरकार ने जारी की चेतावनी, जानिए 10 बड़ी बातें
आज भारत बंद:बैंकों में काम रहेगा ठप, जानें 10 बड़ी बातें
नई दिल्ली। 8 जनवरी को भारत बंद का आवाहन किया गया है। आज देशभर के 10 ट्रेड यूनियंस की ओर से भारत बंद का ऐलान किया गया है, जिसका व्यापक असर दिखने की उम्मीद है। इस हड़ताल 25 करोड़ लोगों के शामिल होने की उम्मीद है। देश के 10 ट्रेड यूनियंस के साथ 6 बैंक यूनियंस ने भी हड़ताल का समर्थन कर रहे हैं। जिसका असर आज भारत बंद के दौरान दिखेगा। देशभर के बैंकों में कामकाज ठप रहेगा। भारत बंद के दौरान बैंकिंग कामकाज पर असर होगा।
बैंक बंद रहने का असर एटीएम सर्विस पर होगा, जिसके परिणाम स्वरूप 8-9 जनवरी को कैश की किल्लत हो सकती है। जहां एक ओर सरकार की नीतियों के खिलाफ भारत बंद का आवाहन किया गया है तो वहीं सरकार की ओर से सरकारी कर्मचारियों को चेतावनी दी गई है कि वो इस हड़ताल में शामिल न हो। सरकार की ओर से कहा गया है कि अगर कोई भी कर्मचारी हड़ताल (Strike) में शामिल होता है तो उसका वेतन काटने के अलावा उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई भी की जा सकती है। आइए जानें इस हड़ताल से जुड़ी 10 बड़ी बातें...
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कौन-कौन हड़ताल में शामिल
बुधवार को बुलाई गई इस हड़ताल में 10 ट्रेड यूनियंस के साथ- साथ 6 बैंक यूनियंस भी शामिल हैं। इस हड़ताल में INTUC, AITUC, HMS, CITU, AIUTUC, TUCC, SEWA, AICCTU, LPF, UTUC और कई अन्य सेक्टोरल इंडिपेंडेंट फेडरेशन और असोसिएशन्स हड़ताल में शामिल हैं। इसके अलावा इस भारत बंद को 60 स्टूडेंट यूनियन, यूनिवर्सिटीज के अधिकारियों का समर्थन मिला है। ये भी हड़ताल का हिस्सा बनने का ऐलान किया है।
कौन-कौन बैंक यूनियन शामिल?
भारत बंद के दौरान 9 बैंक यूनियंस भी हड़ताल में शामिल हैं। जिसमें ऑल इंडिया बैंक एंप्लॉयी असोसिएशन (AIBEA),ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स असोसिएशन (AIBOA), BEFI, INBEF, INBOC और बैंक कर्मचारी सेना महासंघ शामिल हैं, जो इस हड़ताल का समर्थन कर रहे हैं। हड़ताल में शामिल होने की वजह से बैंकिंग सेवाएं बाधित रहेगी। एटीएम सर्विस पर भी असर पड़ सकता है। ज्यादातर बैंक बंद रहने की वजह से एटीएम में कैश का डिस्ट्रीब्यूशन नहीं हो पाएगा, जिसके कारण एटीएम में कैश की किल्लत हो सकती है।
बैंकिंग सेवा रहेगी ठप, कैश की किल्लत
राष्ट्रव्यापी हड़ताल में बैंक यूनियंस के शामिल होने की वजह से बैंकिंग सेवाएं बाधित होगी। कई बैंकों ने भी बुधवार को हड़ताल और बैंकिंग सेवाओं पर इसके असर के बारे में स्टॉक एक्सचेंजों को सूचना दे दी है। बैंक डिपॉजिट, विड्रॉल, चेक क्लीयेंरस आदि बैंकिंग सेवाएं प्रभावित होंगी, हालांकि हड़ताल का प्राइवेट बैंक पर कोई असर नहीं होगा।
ATM में कैश की किल्लत
बैंक
कर्मियों
के
हड़ताल
में
शामिल
होने
की
वजह
से
सबसे
ज्यादा
असर
ATM
सेवाओं
पर
पड़
सकता
है।
ऐसे
में
आप
जरूरी
कैश
निकालकर
अपने
पास
रख
लें।
एटीएम
सर्विस
8
और
9
जनवरी
को
प्रभावित
हो
सकती
है।
वहीं
चेक
क्लियरेंस
जैसे
कामों
में
थोड़ा
वक्त
लग
सकता
है,
क्योंकि
इस
सप्ताह
दूसरे
शनिवार
के
कारण
भी
बैंक
बंद
रहेंगे।
ऐसे
में
लोगों
को
चेक
क्लियर
होने
के
लिए
ज्यादा
इंतजार
करना
पड़
सकता
है।
क्यों हो रहा है भारत बंद
बैंक कर्मचारी बैंक मर्जर के फैसले का लगातार विरोध कर रहे हैं। सरकार के इसी फैसले पर अपनी विरोध जताने के लिए बैंक इस हड़ताल में शामिल हो रहे हैं। वहीं ट्रेड यूनियनंस का कहना है कि केंद्र सरकार की आर्थिक और जन विरोधी नीतियों के विरोध में देशव्यापी हड़ताल का आयोजन किया गया है। वहीं प्रस्तावित लेबर लॉ का भी विरोध किया जा रहा है। वहीं शिक्षण संस्थान फीस बढ़ोतरी का विरोध कर रहे हैं।
यातायात प्रभावित, बाजार बंद
बैंकिंग सेवाओं के अलावा परिवहन और अन्य मुख्य सेवाओं भी इस हड़ताल से प्रभावित होंगी। किसानों ने भी शव्यापी ग्रामीण भारत बुधवार को बुलाई है। बंद के दौरान किसान खेती-किसानी नहीं करेंगे। सब्जी, दूध, अंडा, मछली जैसे उत्पाद नहीं बेचे जाएंगे। मंडियां बंद रहेंगी।
सरकार की चेतावनी
वहीं सरकार ने अपने कर्मचारियों को चेतावनी देते हुए कहा है कि वो हड़ताल से दूर रहें। उन्होंने कहा कि अगर कर्मचारी इस हड़ताल में शामिल होते हैं तो उन्हें इसका ‘नतीजा' भुगतना पड़ेगा। कार्मिक मंत्रालय की ओर से जारी की गई एडवाइजरी में यह चेतावनी दी गई है और कर्मचारियों को हड़ताल से दूर रहने को कहा गया है। हड़ताल में शामिल होने पर सैलरी कटौती के साथ-साथ उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाने की बात कही गई है। पंजाब, हरियाणा समेत कई राज्य सरकारों ने भी अपने कर्मचारियों को इस बंद से दूर रहने को कहा है।
मजदूर यूनियन ने कही ये बात
इस हड़ताल को लेकर 10 केन्द्रीय मजदूर यूनियनों ने संयुक्त बयान जारी कर कहा है कि श्रम मंत्रालय ने कर्मचारियों की किसी भी मांग के बारे में कोई भी आश्वासन नहीं दिया है, जिसकी वजह से उन्होंने इस हड़ताल में शामिल होने का फैसला किया। श्रम मंत्रालय ने दो जनवरी 2020 को यूनियनों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की थी, लेकिन कोई ठोस कदम का आश्वासन नहीं मिला।
भारत बंद के कारण ICAR NET परीक्षा टली
आज भारत बंद के कारण एग्रीकल्चर साइंटिस्ट रिक्रूटमेंट बोर्ड की ओर से आयोजित होने वाली ICAR NET एग्जाम को स्थगित कर दिया है। 8 जनवरी को आयोजित होने वाली परीक्षा अब 11 जनवरी 2020 को आयोजित की जाएगी।
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