Bhandara Hospital Fire: फडणवीस बोले- दोषियों पर दर्ज हो हत्या का मामला
मुंबई। महाराष्ट्र में एक बड़ी लापरवाही के चलते उन बच्चों की जान चली गई जिन्होंने जिंदगी का मुंह तक ठीक से नहीं देखा था। यहां के भंडारा के सरकारी अस्पताल में बच्चों के वार्ड में बीती रात दो बजे आग लग जाने से 10 नवजात बच्चे जिंदा जल गए। इन बच्चों की उम्र एक दिन से लेकर 3 महीने तक बताई जा रही है। इस हादसे को लेकर महाराष्ट्र सरकार पर राजनीतिक हमले शुरू हो गए हैं। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के नेता देवेंद्र फडणवीस ने इस दर्दनाक हादसे की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है।
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इसके साथ उन्होंने जिम्मेदार लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने का भी सुझाव दिया है। उन्होंने कहा है कि मृतक बच्चों के परिवार को सरकार की ओर से 10 लाख का मुआवजा दिया जाना चाहिए। देवेंद्र फडणवीस ने कहा, 'मैं भंडारा जिले के सरकारी अस्पताल में लगी आग की घटना की स्वतंत्र जांच की मांग करता हूं।
मैंने सरकार से दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने को भी कहा है। आपको बता दें कि महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने इस मामले में मृतक बच्चों के परिजनों के लिए 5-5 लाख रुपए के मुआवजे का ऐलान किया है। अस्पताल में हादसे की खबर मिलने के बाद महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे, जिला कलेक्टर और एसपी से मामले की पूरी रिपोर्ट ली और घटना की जांच के आदेश दिए।
अधिकारी ने बताया कि कैसे हुआ हादसा?
भंडारा जिला अस्पताल के मेडिकल अधिकारी डॉ.प्रमोद खंडाते ने बताया, 'देर रात करीब 2 बजे के आसपास यह हादसा हुआ है। अस्पताल के आउट बोर्न यूनिट में धुआं निकल रहा था। जब अस्पताल की नर्स ने दरवाजा खोला तो देखा आउट बॉर्न यूनिट में सब जगह धुआं ही धुआं था।'
अधिकारी के अनुसार, नर्स ने तुरंत अस्पताल के अधिकारियों को बुलाया। आपातकाल विभाग और दमकल विभाग मौके पर पहुंचकर बच्चों को बचाने की कोशिश की। हालांकि, इस हादसे में 10 शिशुओं की मौत हो गई, जबकि 7 शिशुओं को बचा लिया गया।