भय्याजी जोशी बोले- उम्मीद है राम मंदिर का फैसला हिंदुओं के पक्ष में होगा
भुवनेश्वर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के महासचिव सुरेश भय्याजी जोशी ने शुक्रवार को उम्मीद जताई कि लंबे समय से लंबित अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला "हिंदुओं के पक्ष में" होगा। यही नहीं भय्याजी जोशी ने एनआरसी के मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, एनआरसी पूरे देश में लागू होना चाहिए। किसी भी सरकार का काम है कि देश में घुसपैठियों की पहचान करे और नीति बना कर उसके आधार पर उचित कार्रवाई करे।
ओडिशा के भुवनेश्वर में अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल के समापन के दिन बोलते हुए, जोशी ने कहा कि हमारा यह मानना रहा है कि अयोध्या में श्रीरामजन्मभूमि पर मंदिर निर्माण को लेकर सभी बाधाओं को समाप्त किया जाना चाहिए।अब इस मामले को लेकर न्यायालय में सुनवाई पूरी हो चुकी है। अब सबको निर्णय की प्रतीक्षा करनी चाहिए और हम आशा करते हैं कि निर्णय हिन्दुओं के पक्ष में आएगा।
वहीं एनआरसी के मुद्दे पर आरएसएस महासचिव ने कहा कि, एनआरसी पूरे देश में लागू होना चाहिए। किसी भी सरकार का कार्य है कि देश में घुसपैठियों की पहचान करे और नीति बना कर उसके आधार पर उचित कार्रवाई करे। अभी तक यह प्रयोग केवल असम में हुआ है। इसे पूरे देश में लागू करना चाहिए। वहीं समान आचार संहिता पर उन्होंने कहा कि ये मांग काफी पुरानी है। संविधान निर्माण के समय ही इसका फैसला हो जाना चाहिए था। यह सभी के हित में है और किसी भी देश में उसके नागरिकों के लिए एक समान कानून होना ही चाहिए।
कश्मीरी पंड़ितों का मामला उठाते हुए जोशी ने कहा कि, सुरक्षा कारणों से कश्मीरी पंडितों को अपने घरों से पलायन करना पड़ा था। हम चाहते हैं कि कश्मीर में सुरक्षा का पुन: वातावरण बने, ताकि कश्मीरी हिन्दू समाज की उनकी अपने घरों में वापसी हो सके। वहीं बंगाल में हो रही हिंसा पर उन्होंने कहा कि, किसी भी सरकार का दायित्व है कि उसके नागरिकों की समुचित सुरक्षा सुनिश्चित करे। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि प. बंगाल में वामपंथी शासनकाल में प्रारंभ विरोधी विचारधारा के प्रति प्रारंभ हिंसा का चक्र वर्तमान सरकार के बाद भी अबाध गति से चल रहा है।
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