क्या आवश्यक वस्तु संसोधन अधिनियम के समर्थन में थे भगवंत मान ? आप सांसद ने खुद बताई सच्चाई
नई दिल्ली। पंजाब से आम आदमी पार्टी के सांसद भगवंत मान ने अपने आवश्यक वस्तु अधिनियम को लेकर अपने ऊपर लग रहे आरोपों को लेकर पंजाब कांग्रेस और अकाली दल पर पलटवार किया है। भगवंत मान ने कहा कि कांग्रेस और अकाली दल वाले कह रहे हैं कि मैने आवश्यक वस्तु को लेकर संसद में जो रिपोर्ट पेश हुई है उसके समर्थन में मैने साइन किया है। मान ने उसे झूठ बताते हुए कहा कि उन्होंने इसका विरोध किया था।
भगवंत मान ने कहा कि विरोधी पार्टियां खासतौर पर पंजाब में आम आदमी पार्टी की बढ़ती लोकप्रियता से घबराई हुई हैं इसलिए झूठे आरोप लगा रही हैं कि भगवंत मान ने इस रिपोर्ट पर हस्ताक्षर किए इसलिए कानून लागू हो गया।
दर्ज
कराया
था
विरोध
आप
सांसद
ने
कहा
कि
इस
कमेटी
में
31
सदस्य
थे
और
मैने
आवश्यक
वस्तुओं
को
लेकर
भेजी
गई
रिपोर्ट
में
अपना
विरोध
दर्ज
कराया
था।
मान
ने
कहा
मीटिंग
में
अफसरों
के
सामने
उन्होंने
कहा
था
कि
सरकार
को
आवश्यक
वस्तुओं
को
अपने
हाथ
मे
ही
रखना
चाहिए।
इसे
निजी
हाथों
में
सौंपने
से
आम
लोगों
के
लिए
इन
चीजों
को
खरीद
पाना
संभव
नहीं
होगा।
मान ने बतााया कि उन्होंने खुद कहा था कि डिमांड सप्लाई के फॉर्मूले का जिक्र करते हुए कहा था कि प्याज और टमाटर जैसी गरीबों के लिए बेहद ही महत्वपूर्ण चीजों को आवश्यक वस्तु से बाहर नहीं करना चाहिए।
मान ने रिपोर्ट को लेकर कागजात दिखाते हुए कहा कि मैने प्रमाण पेश कर दिए हैं अब हरसिमरत बादल ने किसानों के खिलाफ कानूनों को लेकर क्या कहा उस बारे में मीटिंग के मिनट्स पेश करें।
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