कोरोना वैक्सीन आने से पहले फर्जी वैक्सीन के माफिया सक्रिय, इंटरपोल ने दी बड़ी चेतावनी
नई दिल्ली। दुनियाभर में कोरोना वैक्सीन आने की सुगबुगाहट के साथ ही एक खतरा भी पैदा होने की आशंका जताई जा रही है। इंटरपोल ने एक बड़ी चेतावनी जारी की है जिससे सर्तक रहने की जरूरत है। इंटरपोल ने चेतावनी दी है कि वैक्सीन आने के साथ ही क्रिमिनल नेटवर्क भी फर्जी वैक्सीन के साथ लोगों को ठगने की कोशिश कर सकते हैं। आपको बता दें कि Pfizer-BioNTech की वैक्सीन को अगले सप्ताह से ब्रिटेन मे इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी मिल चुकी है। वहीं ऐसी उम्मीद जाहिर की जा रही है इस माह के अंत तक भारत में भी वैक्सीन आ जाए।
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इंटरपोल के महासचिव जुर्गन स्टॉक ने कहा कि आपराधिक नेटवर्क फर्जी वेबसाइटों और झूठे इलाज के जरिए भोले भाले लोगों को स्वस्थ्य के लिए निशाना बना कसते हैं। यहां तक कि उनके जीवन के लिए महत्वपूर्ण खतरा पैदा कर सकते हैं। इंटरपोल द्वारा जारी किए गए बयान में ऑरेंज नोटिस के साथ 'कोविड-19 और फ्लू के नकली रूप, उनकी चोरी और अवैध विज्ञापन' के संबंध में संभावित आपराधिक गतिविधि की बात कही गई है। इसमें उन अपराधों के उदाहरण भी शामिल किए गए हैं जहां लोगों ने नकली टीकों का विज्ञापन, बिक्री और अवैध प्रशासकीय काम किए हैं।
जुर्गन स्टॉक ने आगे कहा कि यह जरूरी है कि जितना संभव हो सके कानून प्रवर्तन एजेंसियां तैयार हो जाएं, ताकि कोविड-19 वैक्सीन से जुड़े सभी प्रकार की आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाया जा सके इसीलिए इंटरपोल ने यह वैश्विक चेतावनी जारी की है। कोविड से संबंधित धोखाधड़ी को बढ़ते देख इंटरपोल ने जनता को सलाह दी है कि वे चिकित्सा उपकरणों या दवाओं की खोज के लिए ऑनलाइन सर्च करते समय विशेष ध्यान रखें।
इंटरपोल की साइबर क्राइम यूनिट द्वारा किए गए एक विश्लेषण से पता चला है कि ऑनलाइन फार्मेसी से जुड़ी 3,000 वेबसाइटों में से 1,700 को साइबर खतरा है। ऑनलाइन घोटालों से बचने के लिए, सतर्क रहना महत्वपूर्ण। लिहाजा लोग कोविड-19 के संबंध में नई स्वास्थ्य सलाह के लिए हमेशा अपने राष्ट्रीय स्वास्थ्य अधिकारियों या विश्व स्वास्थ्य संगठन की वेबसाइट देखें।