Bengal Election: राजीब बनर्जी ने बताई मंत्री पद छोड़ने की वजह, बोलते ही आंखों में आ गए आंसू
West Bengal Election 2021: पश्चिम बंगाल के राजनीतिक गलियारों में शुक्रवार को उस वक्त हलचल मच गई, जब वन मंत्री राजीब बनर्जी ने अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया। राजभवन के बाहर निकलने के बाद मीडिया ने इस्तीफे की वजह पूछी तो उनकी आंखों से आंसू आ गए। राजीब के मुताबिक वो 2018 में ममता बनर्जी की कैबिनेट से इस्तीफा देना चाहते थे, क्योंकि सिंचाई विभाग का जिम्मा बिना उनसे बात किए छीन लिया गया था। हालांकि बाद में कुछ लोगों के समझाने पर उन्होंने अपना फैसला बदल दिया था।
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नम आंखों से राजीब बनर्जी ने कहा कि मैंने कभी नहीं सोचा था कि एक दिन मुझे ये फैसला लेना पड़ेगा। ममता बनर्जी ने मुझे बिना किसी परामर्श के सिंचाई विभाग से हटा दिया। मुख्यमंत्री को अपनी कैबिनेट में फेरबदल करने का पूरा अधिकार है, लेकिन मुझे उनसे एक न्यूनतम शिष्टाचार की उम्मीद थी। फैसला लेने से पहले कम से कम मुझे सूचित तो कर देना चाहिए था। मैंने लंबे वक्त तक जिस विभाग को अपनी बेहतरीन सेवाएं दीं, उसी से मुझे अलग कर दिया गया।
2018 के वाक्ये को याद करते हुए बनर्जी ने कहा कि मैं बाढ़ की स्थिति पर नजर रखने के लिए उत्तर बंगाल में था। बाद में, मैं अपने पार्टी कार्यालय लौट आया और कार्यकर्ताओं के साथ बैठकर टीवी देखने लगा, तब मुझे पता चला कि सिंचाई विभाग छीन लिया गया है। उस दौरान मुझे बहुत ठेस पहुंची। उसके बाद उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा देने का निर्णय लिया था। साथ ही मुख्यमंत्री को भी सूचित किया कि एक कार्यकर्ता के रूप में मैं पार्टी के लिए काम करता रहूंगा, लेकिन ममता बनर्जी ने उन्हें वन विभाग का जिम्मा संभालने को कहा। इस दौरान कई मौके ऐसे आए कि उन्हें आदेशों का पालन करने में दिक्कतें हुईं।
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वहीं राजीब बनर्जी ने साफ किया कि उन्होंने विधानसभा की सदस्यता और टीएमसी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा नहीं दिया है। ममता बनर्जी ने उन्हें जो अवसर दिए हैं वो उसे नहीं भूलेंगे। बनर्जी के इस्तीफे पर टीएमसी महासचिव पार्थ चटर्जी ने कहा कि टीएमसी एक महासागर की तरह है, कुछ मग पानी निकालने से उस पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता। नेता आएंगे और जाएंगे, लेकिन हमारे पास लोगों का आशीर्वाद है, जो कहीं नहीं जाएगा।