अमृतसर ट्रेन हादसा: कहीं ये पोस्टर तो नहीं है इतने बड़े अनिष्ट की वजह?
अमृतसर। अमृतसर हादसे के बाद कई वजहें इस हादसे के पीछे गिनाई जा रही हैं। इस बीच शहर में लगा एक पोस्टर भी चर्चाओं में है। ये पोस्टर उसी रामलीला से जुड़ा हुआ है जहां पर ये हादसा हुआ है। पूरे शहर में लगे ये पोस्टर एक गलती की वजह से चर्चाओं में आ गए हैं। इन पोस्टरों में शास्त्रों में चली आ रही एक सूक्ति को उल्टा लिख दिया गया। दशहरा त्योहार को बुराईयों पर अच्छाई की जीत के तौर पर देखा जाता है। लेकिन पोस्टर में अच्छाई पर बुराई की जीत लिखा हुआ था। लोग पूछ रहे हैं कि आखिर इस हादसे में दोषी कौन है? पंजाब सरकार ने इसकी जांच के लिये कमेटी गठित कर दी है, लेकिन अब एक अजीब बात और सामने आई है।
दरअसल, यहां दशहरा आयोजन पर पूरे इलाके में पोस्टर लगाए गए थे, उन पोस्टर में बड़ी गलती दिखी, ये गलती ऐसी है जो हकीकत में तब्दील हो गई। बैनर व पोस्टरों में लिखा था, 'नेकी पर बदी दी जीत' यानि 'अच्छाई पर बुराई की जीत'। इस पोस्टर पर पंजाब सरकार के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू और उनकी पत्नी नवजोत कौर सिद्धू की तस्वीर लगी हुई है। गलती से पोस्टर पर लिखी गई लाइन 'नेकी पर बदी की जीत' लिखा है जबकि 'नेकी की बदी पर जीत' होना चाहिए। काल बनकर आई ट्रेन ने बुराई पर अच्छाई की जीत का मंजर देखने ढेरों लोगों को लील लिया।
बता दें कि ट्रेन की रफ्तार 100 किमी प्रति घंटा थी ट्रेन की रफ्तार करीब 100 किमी. प्रति घंटा थी। तेज रफ्तार इस ट्रेन ने ट्रैक पर मौजूद लोगों को कुचल दिया और देखते ही देखते 150 मीटर के दायरे में लाशें बिछ गईं। ट्रेन के ड्राइवर ने पूछताछ के दौरान बताया है कि सिग्नल ग्रीन था और इस वजह से उन्हें अंदाजा नहीं था कि पटरी पर इतने लोग खड़े हैं।
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