पूर्वोतर राज्यों के बीजेपी प्रमुखों ने शाह को किया आगाह, बीफ मुद्दे पर पार्टी को हो सकता है नुकसान
नागालैंड बीजेपी के अध्यक्ष विसासोली लहोंगू ने कहा है कि बीफ बैन नागालैंड के लोगों के लिए ये चिंता का विषय है। इससे मैसेज जा रहा है कि बीजेपी पूर्वोत्तर भारत की संस्कृति के खिलाफ है।
नई दिल्ली। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पूर्वोतर राज्यों के दौरे से पहले वहां के प्रदेश अध्यक्षों ने अमित शाह को आगाह किया है। प्रदेश प्रमुखों ने अमित शाह से कहा है कि बीफ का मुद्दा पार्टी को नुकसान पहुंचा सकता है। वहीं असम बीजेपी के अध्यक्ष रंजीत कुमार दास ने कहा है कि अधिसूचना में बदलाव पर भी सोचना होगा।
बीफ का मुद्दा पूर्वोतर राज्यों में बीजेपी की परेशानी को बढ़ा सकता है। लिहाजा पार्टी के ,प्रदेश प्रमुखों ने बीजेपी अध्यक्ष को पहले ही आगाह किया है। मेघालय में पार्टी के दो नेता इस्तीफा दे चुके हैं। इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक पूर्वोत्तर के राज्य प्रमुखों ने बीजेपी अध्यक्ष से साफ तौर पर कह दिया है कि बीफ के मुद्दे से पार्टी को नुकसान हो सकता है। बीजेपी की मिजोरम, नगालैंड, त्रिपुरा असम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, और सिक्किम के अध्यक्षों ने कहा है कि पूर्वोत्तर राज्यों में बीफ पर पाबंदी नहीं लगनी चाहिए।
नागालैंड बीजेपी के अध्यक्ष विसासोली लहोंगू ने कहा है कि बीफ बैन नागालैंड के लोगों के लिए ये चिंता का विषय है। इससे मैसेज जा रहा है कि बीजेपी पूर्वोत्तर भारत की संस्कृति के खिलाफ है। वहीं सिक्किम में दलाई लामा के प्रभाव की वजह से बहुत लोग शाकाहारी हो रहे हैं। हालांकि बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दल बहादुर चौहान ने कहा कि खानपान की आदतों पर प्रतिबंध नहीं लगना चाहिए।
पिछले कुछ सालों में बीजेपी ने पूर्वोत्तर के राज्यों में अपनी पैठ मजबूत की है। असम, अरुणाचल प्रदेश और मणिपुर में बीजेपी की सरकार है। बीजेपी 2019 के लोकसभा चुनाव में पूर्वोत्तर के राज्यों में बेहतर करने सपने देख रही है।