जज ने मनमाफिक फैसला नहीं सुनाया तो वकील ने दिया कोरोना हो जाने का श्राप, केस दर्ज
कोलकाता। कोरोना वायरस के चलते देश में लॉकडाउन चल रहा है। इसी बीच कोलकाता में एक चौंका देने वाली घटना सामने आई है। कलकत्ता हाईकोर्ट में एक वकील ने जज द्वारा उसके पक्ष में फैसला ना देने पर उन्हें कोरोना होने का श्राप दे दिया। उन्होंने कहा- भगवान करे आपको कोरोना हो जाए। अब कोर्ट ने वकील के खिलाफ मानहानि का केस चलाने का आदेश दिया है। कोर्ट का आरोप है कि, वकील ने ऐसा करके कोर्ट का अपमान किया है।
हाईकोर्ट के जज से कहा- आपको कोरोना हो जाए
ओपन कोर्ट में जस्टिस दीपंकर दत्ता एक मामले की सुनवाई कर रहे थे। जब जज ने एक वकील मनमाफिक राहत नहीं दी , तो वह बौखला गया। उसने ओपन कोर्ट में जज से दुर्व्यवहार किया। उसने कहा- भगवान करे आपको कोरोना हो जाए। आपका करियर बर्बाद हो जाए। जज दीपांकर दत्ता की पीठ ने वकील बिजॉय अधिकारी के दुर्व्यवहार को कोर्ट की अवमानना माना। जज ने वकील को नोटिस जारी किया।
अवमानना का नोटिस
जज ने नोटिस में लिखा कि, न तो मुझे अपने भविष्य की चिंता है और न ही कोरोना का डर। कोर्ट की गरिमा मेरे लिए सर्वोपरि है। आपने उस गरिमा का हनन किया है। इसलिए आप आपराधिक अवमानना के प्रथम दृष्टत्या आरोपी हैं। न्यायमूर्ति दत्ता ने यह भी निर्देश दिया कि इस मामले की सुनवाई एक उपयुक्त डिवीजन बेंच के पास होनी चाहिए, जो गर्मी की छुट्टी के बाद अदालत को फिर से खोलने पर आपराधिक अवमानना मामलों को सुनने का अधिकार रखती है।
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वकील ने जज के साथ किया दुर्व्यवहार किया
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सुनवाई के दौरान जज आदेश लिखवाने लगे तो यह देखकर वकील को लगा कि अब उसे बोलने का मौका नहीं दिया जाएगा। इसी बात पर वह अपना आपा खो बैठा। उसने पहले टेबल को धक्का दिया और फिर चिल्लाने लगा। इस दौरान कई बार जज ने वकील को रोकने की कोशिश की। कई बार जज ने समझाया कि आप पर अवमानना की कार्रवाई की जा सकती है, लेकिन, वकील नहीं माना और दुर्व्यवहार करता रहा।
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