लेफ्टिनेंट बनते ही BCCI चीफ अनुराग ठाकुर विवादों में, जानिए क्या किया उन्होंने?
नयी दिल्ली। बीसीसीआई अध्यक्ष अनुराग ठाकुर पहले ऐसे भाजपा नेता और सांसद हैं, जिन्हें लेफ्टिनेंट की उपाधि मिली है। पिछले हफ्ते अनुराग ठाकुर की टेरिटोरियल आर्मी में लेफ्टिनेंट के तौर पर नियुक्ति की गई, लेकिन नियुक्ति के साथ ही वो विवादों में फंस गए है। सोशल मीडिया पर उन्हें आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है।
क्या है मामला ?
29 जुलाई को अनुराग ठाकुर को टेरिटोरियल आर्मी में नियुक्ति मिली और इसके कुछ देर बाद ही वे संसद परिसर में सेना की यूनिफॉर्म में नजर आए। संसद परिसर में उनकी मौजूदगी की एक फोटो भी सामने आई, जिसके बाद सोशल मीडिया पर उनकी काफी आलोचना की जाने लगी। इतनी ही नहीं इसके बाद वो अपने पिता प्रेम कुमार धूमल के साथ ऊर्जा मंत्रालय के एक कार्यक्रम में भी आर्मी की वर्दी में नजर आए, जिसे लेकर सोशल मीडिया यूजर्स ने उनपर निशाना साधना शुरू कर दिया। उनकी तस्वीर सामने आने के बाद कोई उनकी आलोचना कर इसे नियम के खिलाफ बता रहा है तो कोई उनके समर्थन में सामने आ रहा है।
लेफ्टिनेंट बनते ही BCCI चीफ अनुराग ठाकुर विवादों में
सोशल मीडिया पर आलोचना
उनकी तस्वीर पर कमेंट करते हुए एक व्यक्ति ने टेरिटोरियल आर्मी की रूल बुक का हवाला देते हुए लिखा कि आर्मी की यूनिफॉर्म में उन्हें किसी भी राजनीतिक कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लेना चाहिए था। जबकि कुछ लोगों ने उनका समर्थन भी किया है। उनके समर्थकों का कहना है कि टेरिटोरियल आर्मी का नियम व्यक्ति को आर्मी के साथ-साथ राजनीति में भी रहने की अनुमति देता है। जिस कार्यक्रम में वर्दी के साथ शामिल होने पर विवाद हुआ उसे आधिकारिक बताया जा रहा है।