दिल्ली की फैक्ट्री में आगः बिना लाइसेंस के बना रहे थे पटाखे, नहीं था फायर सेफ्टी NOC
नई दिल्लीः दिल्ली के बवाना में एक फैक्ट्री में शनिवार देर रात भीषण आग लग गई, इसमें 17 लोगों की मौत हो गई। कहने को तो ये फैक्ट्री लाइसेंस बनानी की फैक्ट्री थी, लेकिन इनके पास गुलाल बनाने का लाइसेंस था और गुलाल बनाने के लाइसेंस पर पटाखे बनाए जा रहे थे। इस फैक्ट्री के साथ फायर सेफ्टी का एनओसी भी नहीं था।
इस हादसे के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल माके पर पहुंचे और हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं। साथ ही मुख्यमंत्री ने मरने वालों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये और घायलों को एक-एक लाख रुपये मुआवजे का ऐलान भी किया।
बता दें, रविवार की सुबह दिल्ली पुलिस ने फैक्ट्री मालिक को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं दूसरे मालिक की तलाश जारी है। कहा जा रहा है कि फैक्ट्री में अवैध रूप से पटाखों की पैकेजिंग का काम होता था, वहीं लाइसेंस भी गुलाल बनाने का था।
ये फैक्ट्री महल ढाई सौ गज की थी। इस घटना के बाद लाइसेंस के नाम पर दिल्ली सरकार और एमसीडी आपस में एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्योग कर रहे हैं। सबसे बड़ा सवाल फैक्ट्री के लाइसेंस को लेकर है कि गुलाल बनाने के नाम पर पटाखा फैक्ट्री कैसे चल रही थी।
फायर अफसर धर्मपाल ने जानकारी दी कि फैक्ट्री की पहली मंजिल पर 11 लोगों के शव मिले। 2-3 लोगों के शव सीढ़ी के पास मिले जो पूरी तरह से झुलसे हुए थे।। एक शरीर बेसमेंट और बाकी 1 का शरीर फैक्ट्री के भूतल पर मिला। आशंका जताई जा रही है कि आग भूतल से शुरू हुई और लोग जान बचाने के लिए पहली मंजिल पर गए लेकिन आग इतनी तेजी से फैली कि किसी को कुछ समझ नहीं आया।
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