साक्षी मिश्रा की शादी के मामले में SC/ST आयोग ने लिया संज्ञान, उठाया ये बड़ा कदम
साक्षी मिश्रा की शादी के मामले में SC/ST आयोग ने लिया संज्ञान, उठाया ये बड़ा कदम
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में भाजपा विधायक राजेश मिश्रा की बेटी साक्षी मिश्रा की शादी का मामला इन दिनों सुर्खियों में छाया हुआ है। साक्षी मिश्रा ने अपनी जाति से बाहर और परिवार की मर्जी के खिलाफ दलित समुदाय के शख्स अजितेश से प्रेम विवाह किया है। यह मामला उस वक्त सामने आया, जब साक्षी और उनके पति अजितेश ने वीडियो जारी कर अपनी जान को खतरा बताया। साक्षी ने वीडियो में आरोप लगाया कि उनके पिता यानी विधायक राजेश मिश्रा दूसरी जाति में शादी करने के कारण दोनों की हत्या करना चाहते हैं। इस मामले के सामने आने के बाद यूपी के डीजीपी ओपी सिंह ने साक्षी और उनके पति को सुरक्षा मुहैया कराने का आश्वासन दिया है। वहीं, इस मामले में अब प्रदेश के अनसूचित जाति/जनजाति आयोग ने भी संज्ञान लेते हुए बड़ी कार्रवाई की है।
एससी/एसटी आयोग ने की ये कार्रवाई
साक्षी मिश्रा की शादी के मामले पर स्वत: संज्ञान लेते हुए शनिवार को उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति/जनजाति आयोग के अध्यक्ष बृजलाल ने कहा, 'यूपी के बरेली में भाजपा विधायक राजेश मिश्रा उर्फ पप्पू भरतौल की बेटी और दलित युवक की शादी के मामले में पुलिस कप्तान और जिलाधिकारी से रिपोर्ट मांगी गई है। इसके साथ ही साक्षी मिश्रा और उनके पति को पुलिस की सुरक्षा देने के निर्देश दिए गए हैं। मामले में लड़की के पिता भाजपा विधायक से भी उनका पक्ष लिया गया है। दंपति को किसी भी प्रकार को कोई खतरा नहीं है। यदि इस मामले में किसी भी तरह से लड़की और उसके पति को परेशान किया जाता है तो दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।'
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पुजारी ने कहा, नकली है शादी का सर्टिफिकेट
आपको बता दें कि दलित युवक से शादी और उसके बाद वायरल वीडियो के जरिए चर्चा में आई बरेली के भाजपा विधायक राजेश मिश्रा की बेटी साक्षी मिश्रा ने साफ तौर पर कह दिया है कि उसे अपनी मर्जी से अपना जीवन साथी चुनने का अधिकार है और वो किसी से भी डरने वाली नहीं है। वहीं, इस मामले में भाजपा विधायक राजेश मिश्रा का कहना है कि युवक अजितेश उनकी बेटी से 9 साल बड़ा है और इसी वजह से उन्हें इस शादी से ऐतराज था। विधायक ने कहा है कि उन्हें अपनी बेटी की फिक्र है। वहीं, साक्षी और उनके पति अजितेश की शादी का सर्टिफिकेट मंदिर के पुजारी द्वारा नकली बताए जाने के बाद दोनों ने एक बड़ा फैसला लिया है।
कोर्ट में शादी रजिस्टर्ड कराएंगे साक्षी और अजितेश
साक्षी और अजितेश से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि दोनों ने कोर्ट में अपनी शादी को रजिस्टर्ड कराने का फैसला लिया है। बताया जा रहा है कि दोनों ने कोर्ट में अपनी शादी रजिस्टर्ड कराने का फैसला इसलिए लिया है क्योंकि प्रयागराज के जिस राम जानकी मंदिर में उन्होंने कथित तौर पर शादी की थी, उस मंदिर के पुजारी ने ऐसी किसी भी शादी को कराए जाने से इंकार कर दिया है। पुजारी का कहना है कि दोनों के पास मंदिर में शादी किए जाने का जो सर्टिफिकेट है, वो नकली है। गौरतलब है कि साक्षी और अजितेश ने मीडिया के सामने कहा था कि दोनों ने प्रयागराज के राम जानकी मंदिर में शादी की है और उनके पास इस शादी का सर्टिफिकेट भी है।
साक्षी ब्राह्मण, अजितेश दलित
आपको बता दें कि साक्षी जाति से ब्राह्मण हैं और उनके पति अजितेश दलित परिवार से हैं। सूत्र का कहना है कि साक्षी और अजितेश 15 जुलाई को इलाहाबाद हाईकोर्ट में पेश होंगे, जहां उनकी याचिका पर सुनवाई होगी। कोर्ट से अनुरोध करने के बाद दोनों 16 जुलाई को अपनी शादी रजिस्टर्ड करा लेंगे। गौरतलब है कि साक्षी और उनके पति ने बीती 3 जुलाई को अपनी परिवार की मर्जी के बाहर जाकर शादी कर ली थी। इसके बाद साक्षी ने अपने पति के साथ एक वीडियो जारी कर अपने पिता से अपनी जान को खतरा बताया। शुक्रवार को दोनों एक न्यूज चैनल पर आए और आरोप लगाया कि बरेली के भाजपा विधायक राजेश मिश्रा जाति अलग होने के कारण पूरी तरह से उनकी शादी के खिलाफ थे।
दंपति को मिली पुलिस सुरक्षा
वहीं, अजितेश के पिता हरीश कुमार और साक्षी व अजितेश ने यह भी आरोप लगाया कि बरेली के एसएसपी मुनिराज जी ने उन्हें सुरक्षा मुहैया कराने जाने से इंकार कर दिया। हालांकि, मामला सुर्खियों में आने के बाद बरेली के एसएसपी ने अब कहा है कि वो दंपति को पुलिस सुरक्षा उपलब्ध कराएंगे ताकि दोनों सुरक्षित रूप से अदालत में पेश हो सकें। वहीं, यूपी के डीजीपी ओपी सिंह ने भी मामले पर संज्ञान लेते हुए कहा है कि साक्षी और अजितेश को पूरी सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी। डीजीपी ने कहा कि दोनों को बिल्कुल भी डरने की जरूरत नहीं है और प्रदेश के अंदर वो जहां भी रहेंगे, उन्हें सुरक्षा दी जाएगी। डीजीपी ने यह भी कहा कि दंपति उनका मोबाइल नंबर ले लें और जब भी जरूरत हो, उन्हें फोन कर सकते हैं।
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