पकड़ा गया दिल्ली का बिल्लू बार्बर, 32 वर्षीय जयेश पटेल को बनाया था 81 साल का बुड्ढा, अबतक इतनों को भेज चुका है विदेश
नई दिल्ली- कुछ ही दिन पहले दिल्ली स्थित आईजीआई एयरपोर्ट से 81 वर्षीय बुजुर्ग के हुलिये में 32 वर्षीय युवक की गिरफ्तारी से सुरक्षा एजेंसियों और इमीग्रेशन अधिकारियों की नींद उड़ गई थी। अब खुलासा हुआ है कि अहमदाबाद का जयेश पटेल भले ही भेष बदलने के बावजूद न्यूयॉर्क की फ्लाइट पकड़ने से पहले पकड़ लिया गया हो, लेकिन उससे पहले लगभग दर्जन भर लोग इसी मोडस ऑपरेंडी को अपनाकर विदेश जा चुके हैं। दरअसल, दिल्ली एयरपोर्ट पुलिस ने शमशेर सिंह उर्फ बिल्लू बार्बर नाम के एक शख्स को गिरफ्तार किया है, जिसने गुजरात के जयेश पटेल को उसकी आयु से करीब 50 साल ज्यादा उम्र का बुड्ढा अमरीक सिंह बनने में मदद की थी। बिल्लू ने पुलिस से कहा है कि वह 10 से ज्यादा लोगों का ऐसे ही हुलिया बदलकर बड़े आराम से विदेश भेज चुका है, जिसमें 2 महिलाएं भी शामिल हैं। पुलिस के मुताबिक बिल्लू का काम मेकअप के जरिए अपने कस्टमर को 30 से 40 साल ज्यादा उम्र दिखने लायक बनाना है।
कस्टमर का हुलिया बदलकर विदेश भेजता था
एयरपोर्ट पुलिस के मुताबिक जयेश पटेल की निशानदेही पर ही बिल्लू को एसआईटी ने दिल्ली के रोहिणी इलाके से गिरफ्तार किया है। इस मामले में पिछले हफ्ते जयेश कांड सामने आने के बाद पूरी साजिश का पर्दाफाश करने के लिए एक एसआईटी बनाई गई थी। पटेल ने पुलिस के सामने खुलासा किया था कि एजेंटों ने उसे एक मेकअप आर्टिस्ट के पास पहुंचने में मदद की थी, जिसने उसके बाल सफेद किए, जीरो पॉवर वाला चश्मा दिया और काम पुख्ता दिखाने के लिए पगड़ी भी दी। जयेश के बताए ठिकनों पर पुलिस ने छापेमारी शुरू की और रविवार को शमशेर को उसकी दुकान से धर-दबोचा। पुलिस ने उसके ठिकाने से मेकअप के लिए जरूरी सामान, मसलन कॉस्मेटिक्स और डाई भी जब्त किए हैं। आईजीआई एयरपोर्ट के डीसीपी संजय भाटिया के मुताबिक, 'उस व्यक्ति से पूछताछ की जा रही है और उसने अबतक बताया है कि कम से कम 10 लोगों का गेटअप बदला है, जिसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। लोगों का गेटअप बदलने के लिए वह हर कस्टमर से 20,000 रुपये लेता है और आमतौर पर उन्हें उनकी उम्र से 30 से 40 साल ज्यादा उम्र का बना देता है। पटेल के केस में उसकी कोशिश थी कि वह अपनी उम्र से 50 साल ज्यादा का दिखे।'
एजेंट और 10 कस्टमर्स की तलाश
पुलिस ने बताया कि 42 साल के बिल्लू ने 10वीं तक की पढ़ाई के बाद नाई का काम शुरू कर दिया था। लेकिन, जब खर्च बढ़ने लगे तब उसने मेकअप आर्टिस्ट का काम करना भी शुरू कर दिया। डीएसपी भाटिया ने कहा कि, 'रोहिणी में उसकी एक छोटी सी दुकान है और पकड़े जाने के बाद वह टीम को अपनी उस दुकान पर कॉस्मेटिक्स और बाकी सामान दिखाने के लिए लेकर गया, जिसकी मदद से वह लोगों का हुलिया बदल देता है।' उससे मिली जानकारी के आधार पर पुलिस अब उन 10 लोगों का पता लगाने में जुटी है, जो अपना हुलिया बदलकर दिल्ली से विदेश भेजे गए हैं। पुलिस उन एजेंटों की तलाश में भी जुट गई है जो कस्टमर को हुलिया बदलने के लिए शमशेर सिंह उर्फ बिल्लू बार्बर के पास लेकर आते थे।
हुलिया बदलकर हॉन्गकॉन्ग से आया एक और शख्स पकड़ा गया
घटना पिछले 8 सितंबर की है, जब दिल्ली पुलिस ने जयेश पटेल को जाली पासपोर्ट के आधार पर अमेरिका की फ्लाइट पकड़ने की कोशिश में गिरफ्तार कर लिया था। वह पासपोर्ट 81 साल के अमरीक सिंह के नाम पर बनाया गया था, जिसमें हुलिया बदले जयेश की तस्वीर लगाई गई थी। तहकीकात में ये बात भी सामने आ चुकी है कि उसे एक दिन पहले ही पासपोर्ट मिला था। इसके चलते पासपोर्ट वेरिफिकेशन करने वाले पुलिस अधिकारी को सस्पेंड कर दिया गया है। पुलिस उस पासपोर्ट ऑफिस की भी छानबीन कर रही है, जहां से यह जारी हुआ है। इस केस में पुलिस ने आईपीसी की विभिन्न धाराओं 417/2019यू/एस 420/468/471/120-बी के तहत एफआईआर दर्ज की हुई है। गौरतलब है कि इसी तरह के एक और मामले में पिछले शुक्रवार को ही जाली पासपोर्ट पर हॉन्गकॉन्ग से आए 68 साल के गुरदीप सिंह को गिरफ्तार किया गया है। उस पासपोर्ट में पंजाब के रहने वाले गुरदीप की उम्र 89 साल और नाम करनैल सिंह के रूप में दर्ज है। पुलिस को शक है कि हो सकता है कि ये मामला भी बिल्लू बार्बर से ही जुड़ा हो। सबसे चौकाने वाली बात तो ये है कि उसके पास 2008 से ही ये जाली पासपोर्ट है, जिसके जरिए वो हॉन्गकॉन्ग जाता रहा और वहां का आईडी कार्ड हासिल करने में भी कामयाब रहा।
जयेश पटेल पर कैसे शक हुआ था?
उस दिन जयेश पटेल का दुर्भाग्य ये रहा कि सीआईएसएफ के एक जवान को इमीग्रेशन के दौरान उसकी त्वचा देखकर उसपर संदेह हो गया था। क्योंकि, उसकी त्वचा में न तो झुर्रियां थीं और ऊपर से उसकी बाहों पर मौजूद बाल भी काले थे। जब पटेल ने उस जवान से आंखें चुराना शुरू कर दिया तो उसका शक यकीन में बदल गया और उसने फौरन सुरक्षाकर्मियों को अलर्ट कर दिया। बाद में पुलिस की पूछताछ में उसने बताया कि वह अमेरिकाके न्यूयॉर्क जाने के लिए कई बार वीजा इंटरव्यू दे चुका था, लेकिन उसे कामयाबी नहीं मिली। तब उसने हुलिया बदलकर बुजुर्ग के रूप में अमेरिका जाने का फैसला किया, क्योंकि ऐसा करने से उसे वीजा इंटरव्यू से गुजरने से छुटकारा मिल गया।
अमेरिका जाने का सपना टूटा
जयेश पटेल ने पासपोर्ट में भी अपनी दाढ़ी-बाल सफेद दिखाई थी और अपनी जन्मतिथि 1 फरवरी, 1938 दर्ज किया था। उसने शून्य पॉवर का चश्मा भी पहन रखा था, ताकि वह पूरा बुड्ढा लगे। यही नहीं वह संदेह जताए जाने पर व्हीलचेयर से उठने के लिए भी तैयार नहीं हो रहा था। लेकिन, आखिरकार उसका सारा ड्रामा धरा का धरा रह गया और अमेरिका जाने का उसका सपना फिर से चकनाचूर हो गया।