सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी ने पूरी की मां की ये अंतिम इच्छा
Recommended Video
नई दिल्ली। पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी ने अपनी मां का आखिरी वादा पूरा कर दिया है। बांसुरी ने वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे को एक रुपए की फीस दे दी है। दरअसल, हरीश साल्वे से जब कुलभूषण जाधव मामले में आईसीजे में भारत की ओर से पक्ष रखने को कहा गया, उन्होंने तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मात्र एक रु की फीस की डिमांड की थी। बांसुरी ने शुक्रवार को मां के वादे को पूरा करते हुए हरीश साल्वे को एक रु की फीस दी।
हरीश साल्वे को एक रु की फीस दी
सुषमा स्वराज के पति स्वराज कौशल ने शुक्रवार को ट्वीट किया, 'बांसुरी ने आज तुम्हारी अंतिम इच्छा पूरी कर दी है, कुलभूषण जाधव के केस में फीस का एक रुपया जो आप छोड़ गई थीं, उसे आज हरीश साल्वे को भेंट कर दिया है।' बता दें कि हरीश साल्वे ने इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस में नौसेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव का केस लड़ा और पाकिस्तान को उनके सामने मुंह की खानी पड़ी थी।
इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस में हुई थी पाक की हार
इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस ने फैसला दिया था कि पाकिस्तान ने पूर्व नौसेना अधिकारी कुलभूषण जाधव के अधिकारों को हनन किया, उन्हें काउंसल एक्सेस नहीं दिया गया। कोर्ट ने कहा कि पाकिस्तान जाधव को फांसी दिए जाने के फैसले की फिर से समीक्षा करे। आईसीजे के इस फैसले को भारत की बड़ी जीत के तौर पर देखा जा रहा था। इस केस में साल्वे ने पाकिस्तान के हर झूठ को बेनकाब कर दिया था।
सुषमा स्वराज ने निधन से कुछ घंटे पहले किया था साल्वे को फोन
पूर्व विदेश मंत्री ने अपने निधन से कुछ घंटे पहले ही हरीश साल्वे को कॉल किया था और उनसे कहा था कि वे आकर अपनी एक रु की फीस ले जाएं। हरीश साल्वे ने बताया कि उनकी सुषमा स्वराज से उस रात 8.50 बजे बात हुई थी, यह काफी भावुक बातचीत थी, उन्होंने कहा था, 'आपको मुझसे मिलने के लिए आना पड़ेगा। मुझे आपको एक रुपए देने हैं, जो केस आप जीते हैं। मैंने कहा बिल्कुल, मैं आऊंगा अपनी फीस लेने के लिए। उन्होंने मुझसे कहा कि कल 6 बजे आ जाओ।' सुषमा स्वराज ने आईसीजे के इस फैसले को भारत की महान जीत करार दिया था।