गाजियाबाद की कंपनी के पोलियो वैक्सीन में मिली प्रतिबंधित दवा, डायरेक्टर गिरफ्तार
नई दिल्ली। गाजियबाद पुलिस ने कवी नगर में दवा (टीका) बनाने वाली एक कंपनी के निदेशक को गिरफ्तार किया है। यह कंपनी केंद्र सरकार को पोलियो की दवा आपूर्ति करती है लेकिन जब इसके दवा की जांच की गई तो उसमें प्रतिबंधित तत्व पी-2 एटीजन पाया गया है। इसके बाद केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण (CDSCO) संगठन ने कविनगर थाने में कंपनी के खिलाफ तहरीर दी और फिर पुलिस ने आनन-फानन में कंपनी के डायरेक्टर को गिरफ्तार कर लिया है।
कंपनी सहित पांच लोगों के खिलाफ एफआईआर
पुलिस से मिली जानकारी के मु्ताबिक सीडीएससीओ के अधिकारियों और स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने गाजियाबाद के कवी नगर पुलिस स्टेशन में बायोमेड प्राइवेट लिमिटेड के पांच अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया है, जिसमें इस कंपनी के निदेशक भी शामिल थे। जांच के बाद, पुलिस ने शुक्रवार को कंपनी के निदेशक को गिरफ्तार कर लिया और दूसरों की तलाश जारी है। पुलिस ने कहा कि यह एक गंभीर मुद्दा है इसकी जांच के लिए हमने टीमों का गठन किया है और जो भी दूसरे आरोपी हैं उनकी तलाश की जा रही है। हालांकि इस संबंध में कंपनी की ओर से अभी तक कोई बयान सामने नहीं आया है।
बच्चों को किया जाएगा ट्रैक
इस घटना के सामने आने के बाद अप पोलियो निगरानी उन बच्चों को ट्रैक करेगी जिन्हें यह टीका दिया गया था। स्वास्थ्य मंत्रालय के एक अधिकारी ने नाम न छापने के अनुरोध पर करते हुए कहा कि उन्हें यह देखने की आवश्यकता है कि पोलियो ड्रॉप में मिला प्रतिबंधित दवा कैसे व्यवहार करता है। उसका असर बच्चों पर कैसा होता है। इस पर गंभीरता से और नजदीकी नजर रखना होगा।
ऐसे हुआ प्रतिबंधित दवा का खुलासा
दरअसल सीडीएससीओ के अधिकारियों को लगभग 15 दिन पहले ही ड्रॉप में टाइप-2 प्रतिबंधित दवा के बारे में जानकारी मिली थी। वो तब जब उत्तर प्रदेश के हाजीपुर के एक लड़के की जांच में कथित रूप से पॉजिटिव वायरस पाया गया। इसके बाद यह सूचना धीरे-धीरे अधिकारियों को मिली और फिर पोलियो टीका बैच की पहचान की गई। इसके बाद अधिकारियों को कंपनी के बारे में पता चला और उन्होंने उसी बैच की दवा का नमूना लिया और उसका परिक्षण किया। इसके बाद अधिकारियों ने कंपनी के खिलाफ केस दर्ज करने की तहरीर दी।