बैंकों ने फिर बदला फैसला, कार्ड पेमेंट पर नहीं देना होगा कोई चार्ज, पेट्रोल पंप पर कर सकेंगे भुगतान
बैंकों ने फैसला लिया था कि पेट्रोल पंप मालिकों से ट्रांजेक्शन फीस वसूली जाएगी। इस फैसले के विरोध में ऑल इंडिया पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन ने सोमवार से कार्ड पेमेंट स्वीकार नहीं करने की घोषणा कर दी।
नई दिल्ली। डेबिट और क्रेडिट कार्ड से पेमेंट करने पर ली जाने वाली ट्रांजेक्शन फीस को लेकर बैंकों ने एक बार फिर अपना फैसला टाल दिया है। पहले बैंकों ने यह फीस डीलर्स से वसूलने का फैसला लिया था लेकिन उन्होंने इसका विरोध किया। ऑल इंडिया पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन की ओर से सोमवार से कार्ड पेमेंट स्वीकार न करने का फैसला लिए जाने के बाद बैंकों ने एक बार फिर फैसले पर विचार किया और इसे फिलहाल टाल दिया। बैंकों की ओर से फैसला वापस लिए जाने के बाद पेट्रोल डीलर्स ने भी कार्ड पेमेंट स्वीकार करने को हरी झंडी दे दी है। पेट्रोल डीलर्स ने फिलहाल 13 जनवरी तक के लिए यह फैसला लिया है।
पहले
यह
था
बैंकों
का
फरमान
दरअसल
बैंकों
ने
फैसला
लिया
था
कि
पेट्रोल
पंप
मालिकों
से
ट्रांजेक्शन
फीस
वसूली
जाएगी।
इस
फैसले
के
विरोध
में
ऑल
इंडिया
पेट्रोलियम
डीलर्स
एसोसिएशन
ने
सोमवार
से
कार्ड
पेमेंट
स्वीकार
नहीं
करने
की
घोषणा
कर
दी।
एसोसिएशन
के
अध्यक्ष
अजय
बंसल
ने
बताया
कि
बैंकों
ने
पेट्रोलियम
डीलर्स
को
यह
सूचना
दी
थी
कि
वे
9
जनवरी
से
क्रेडिट
कार्ड
से
होने
वाले
लेन-देन
पर
1
फीसदी
और
डेबिट
कार्ड
से
होने
वाले
लेनदेन
पर
0.25
फीसदी
से
1
फीसदी
के
बीच
फीस
वसूलेंगे।
जिसके
बाद
एसोसिएशन
ने
फैसला
लिया
कि
देशभर
में
पेट्रोल
पंप
आउटलेट्स
पर
9
जनवरी
से
डेबिट
और
क्रेडिट
कार्ड
से
भुगतान
स्वीकार
नहीं
किया
जाएगा।
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डीलर्स
ने
क्यों
किया
विरोध?
अजय
बंसल
ने
कहा
कि
डीलर्स
का
कुल
मार्जिन
2.5
फीसदी
है।
इसमें
उन्हें
स्टाफ
कॉस्ट
और
अन्य
मैंटेनेंस
के
खर्च
भी
भरने
होते
हैं।
ऐसे
में
इतने
कम
मार्जिन
में
बैंक
को
फीस
देना
रीटेल
आउटलेट्स
के
लिए
संभव
नहीं
है.
उन्होंने
कहा
कि
पेट्रोलियम
डीलर्स
अपने
फायदे
के
लिए
कीमतें
भी
नहीं
बढ़ा
सकते।
ऑल
इंडिया
पेट्रोलियम
डीलर्स
एसोसिएशन
की
ओर
से
कार्ड
पेमेंट
स्वीकार
न
करने
की
घोषणा
के
बाद
बैंकों
ने
एक
बार
फिर
अपने
फैसले
पर
विचार
किया
और
फिलहाल
इसे
टाल
दिया
है।
आने
वाले
कुछ
दिनों
में
सभी
स्टेकहोल्डर्स
की
बैठक
होगी
और
फैसले
को
लेकर
विचार
विमर्श
होगा
जिसमें
उन
तरीकों
की
चर्चा
होगी
जिससे
डीलर्स
का
नुकसान
न
हो।