तीन बैंकों के विलय से बाजार को बड़ा झटका, 22 बैंकों के शेयर को 20000 करोड़ का नुकसान
मुंबई। सरकारी बैंकों को मजबूत बनाने की दिशा में अहम कदम उठाते सरकार ने तीन बैंकों के विलय की प्रक्रिया शुरू की है। बैंक ऑफ बड़ौदा, देना बैंक और विजया बैंक के विलय को सरकार ने मंजूरी दे दी है। हालांकि मोदी सरकार के बैंकिग सिस्टम को मजबूत बनाने का ये तरीका निवेशकों को कुछ ज्यादा रास नहीं आ रहा है। यही कारण रहा कि मंगलवार को 22 बैंकों के शेयर को 2.8 बिलियन डॉलर (करीब 20000 करोड़ रु ) का भारी भरकम नुकसान उठाना पड़ा।
बैड लोन की समस्या से निजात पाने को लंबी प्रकिया बताते हुए डेविड स्मिथ कहते हैं कि बाजार की अभी की हालत नया सिरदर्द साबित हो सकती है। हालांकि देना बैंक को मर्जर का लाभ मिला और 20 फीसदी तक की बढ़ोतरी इस बैंक के शेयर में देखी गई। जबकि बैंक ऑफ बड़ौदा को 16 फीसदी का फायदा मिला जो कि साल 2004 के बाद सबसे अधिक रहा। वहीं, विजया बैंक को 5.8 फीसदी का नुकसान उठाना पड़ा।
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तीन बैंकों के विलय के फैसले से टूटा शेयर बाजार
वहीं, एसबीआई दो महीने के न्यूनतम स्तर पर जाकर बंद हुआ। इसके अलावा कई बैंकों के शेयर में भी गिरावट देखी गई। पूरे दिन बाजार में उथल-पुथल का माहौल जारी रहा। बता दें कि बैंक ऑफ बड़ौदा, देना बैंक और विजया बैंक के विलय से बनने वाला नया बैंक भारत का तीसरा सबसे बड़ा बैंक होगा। इसपर सरकार का कहना है कि विलय के बाद बनने वाले नए बैंक के कस्टमर बेस, मार्केट में पहुंच और संचालन में दक्षता बढ़ेगी।
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