बांग्लादेश के विदेश मंत्री एके अब्दुल मोमीन ने रद्द किया भारत का दौरा- सूत्र
नई दिल्ली। बांग्लादेश के विदेश मंत्री एके अब्दुल मोमीन छठें इंडियन ऑशियन डायलॉग में शामिल होने भारत नहीं आ रहे हैं। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, बांग्लादेश के विदेश मंत्री ने भारत का दौरा रद्द कर दिया है। इसके पहले, मोमीन ने नागरिकता संशोधन बिल को लेकर नाराजगी जताई थी। भारत आने से पहले उन्होंने कहा था कि अल्पसंख्यकों के मामले में भारत ने जो कुछ कहा है वह गलत है।
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इसके पहले, नागरिकता संशोधन बिल को लेकर मोमीन ने कहा था कि उनके देश में अल्पसंख्यकों के साथ बराबरी का बर्ताव हो रहा है। जो बातें भारत की ओर से कही गई हैं वो गलत हैं। बता दें कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न की खबरें आती रही हैं। गृहमंत्री अमित शाह ने इन्हीं का हवाला राज्यसभा में नागरिकता संशोधन बिल पर चर्चा के दौरान दिया था।
बांग्लादेश के विदेश मंत्री की तरफ से कहा गया, 'बांग्लादेश में बहुत व्यस्तता है, इस कारण मैंने इस यात्रा को रद्द करने का फैसला किया है। हालांकि, मैं जनवरी में अगली बैठक में भाग लेने के लिए उत्सुक हूं। मैं महानिदेशक को कार्यक्रम में भाग लेने के लिए भेज रहा हूं।'
Sources: Bangladesh Foreign Minister AK Abdul Momen cancels his visit to India. He was scheduled to visit India from December 12-14. pic.twitter.com/RIlftZoC8O
— ANI (@ANI) December 12, 2019
नागरिकता संशोधन विधेयक, 2019 को संसद के दोनों सदनों से मंजूरी मिल गई है। बिल सोमवार को लोकसभा से और बुधवार को राज्यसभा में पास हुआ। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने इस बिल को राज्यसभा में पेश किया था। अब इस बिल को मंजूरी के लिए राष्ट्रपति को भेजा जाएगा। राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद ये कानून की शक्ल से लेगा। इस बिल में पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए हिंदू, जैन, सिख, बौद्ध, पारसी और ईसाई समुदाय के शरणार्थियों को नागरिकता का प्रस्ताव है।
वहीं, विधेयक के खिलाफ पूर्वोत्तर के कई राज्यों में प्रदर्शन जारी है। असम के गुवाहाटी में कर्फ्यू लगा दिया गया है और सेना की कई टुकड़ियां तैनात की गई हैं। वहीं, कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों ने इस विधेयक को संविधान विरोधी बताया है। जबकि मुस्लिम लीग और जमीअत उलेमा-ए-हिंद ने बिल के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करने को कहा है।
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