अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर केंद्र सरकार का बड़ा फैसला, 31 जुलाई तक रोक बरकरार
नई दिल्ली: कोरोना वायरस के कहर को देखते हुए भारत सरकार ने 24 मार्च से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को बंद कर दिया था। इस दौरान लाखों भारतीय दूसरे देशों में फंसे रह गए। जुलाई में अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के फिर से शुरू होने की उम्मीद थी, लेकिन अब इस संबंध में केंद्र सरकार ने नया आदेश जारी कर दिया है। जिसके तहत अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर रोक 31 जुलाई तक बढ़ा दी गई है।
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कार्गो विमानों को छूट
केंद्र सरकार की ओर से जारी आदेश के मुताबिक अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर रोक को 31 जुलाई तक बढ़ा दिया गया है। इस दौरान न तो कोई कमर्शियल फ्लाइट भारत आएगी और न ही यहां से जाएगी। वहीं उड़ानों पर रोक का ये फैसला कार्गो विमानों पर लागू नहीं होगा। DGCA के मुताबिक वंदे भारत मिशन के तहत एयर इंडिया अपने विमानों का संचालन कर सकेगी। मौजूदा वक्त में 3 लाख से ज्यादा लोगों को इस मिशन के तहत भारत लाया गया है।
अगस्त में शुरू हो सकती है उड़ान?
एक रिपोर्ट के मुताबिक अगस्त में अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को फिर से शुरू किया जा सकता है। इसके लिए अमेरिका, यूएई और कनाडा जैसे देशों से एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की बात हो रही है। कई देशों से बातचीत तो अंतिम स्टेज पर है। ऐसे में उम्मीद है कि जल्द ही इस पर फैसला लिया जा सकता है। तब तक विदेश में फंसे लोगों को 'वंदे भारत मिशन' का ही सहारा लेना पड़ेगा। नागरिक उड्डयन मंत्रायल के मुताबिक जब तक दूसरे देश अपनी सीमाओं को नहीं खोलते हैं, तब तक फ्लाइट ऑपरेशन नार्मल होना मुश्किल है।
वंदे भारत मिशन का चौथा चरण शुरू
वहीं 3 जुलाई यानी आज से वंदे भारत मिशन का चौथा चरण शुरू हो गया है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय के मुताबिक मिशन के इस चरण के तहत एयर इंडिया कनाडा, रूस, ऑस्ट्रेलिया, म्यांमार, अमेरिका, यूके, केन्या, श्रीलंका, फिलीपींस, किर्गिस्तान, सऊदी अरब, बांग्लादेश, थाईलैंड, दक्षिण अफ्रीका, जापान, यूक्रेन और वियतनाम में फंसे भारतीय नागरिकों को वापस लाएगी। इसके लिए 170 उड़ानों का संचालन होगा, जो देश के अलग-अलग हिस्सों में लैंड होंगी। वहीं ऑपरेशन समुद्र सेतु के तहत नौसेना भी विदेशों में फंसे भारतीयों को वापस ला रही है।
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