बलविंदर सिंह ने दर्ज कराई थी 42 FIR, फिर भी वापस ली गई सुरक्षा, पत्नी ने हत्या के लिए इन्हें ठहराया जिम्मेदार
चंडीगढ़: पंजाब के तरनतारन में शौर्य चक्र से सम्मानित बलविंदर सिंह की हत्या के बाद पूरा माहौल शोकाकुल है। आतंकवादियों से कई बार लोहा ले चुके बलविंदर सिंह को अंतिम विदाई देने के लिए शनिवार को लोगों को हुजुम उमड़ पड़ा। बता दें कि बलविंदर सिंह की कुछ अज्ञात लोगों ने उनके घर में ही गोली मारकर हत्या कर दी थी। सिंह के निधन के बाद उनकी सुरक्षा वापस लिए जाने को लेकर अब सवाल खड़े हो रहे हैं।
आपको बता दें कि 62 वर्षीय बलविंदर सिंह और उनके परिवार को राज्य सरकार की तरफ से सुरक्षा मिली हुई थी लेकिन एक साल पहले ही स्थानीय पुलिस की सिफारिश के बाद हटा लिया गया था। बलविंदर सिंह की हत्या के बाद अब उनकी पत्नी जगदीश कौर ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा, 'हमारे परिवार पर हुए हमलों को लेकर थाने में 42 एफआईआर दर्ज है, इसके अलावा कई बार अनगिनत अन्य हमले हुए हैं जिनका कोई रिकॉर्ड नहीं है। ऐसे में परिवार की सुरक्षा वापस लेना गलत था।'
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बलविंदर सिंह की पत्नी ने आगे कहा, 'हमें जो क्षति हुई हुआ है उसके लिए सरकार, प्रशासन और खुफिया एजेंसियां जिम्मेदार हैं। हमने फिर से सुरक्षा की मांग की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। सुरक्षा कवच को स्टेटस सिंबल मानने वालों को इसके साथ प्रदान किया गया है। हमें वास्तव में इसकी आवश्यकता थी, लेकिन प्रदान नहीं की गई।' वहीं, बलविंदर सिंह की बेटी प्रप्रीत कौर ने भी परिवार की सुरक्षा वापस लिए जाने पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा, अगर हमारे पास सुरक्षा होती तो ऐसा नहीं होता, क्योंकि हमें आशंका थी कि कुछ हत्यारे पिता से प्रतिशोध लेने की ताक में बैठे हुए हैं। हमने कई ईमेल, लिखित आवेदन भेजे और अधिकारियों से भी मुलाकात की, लेकिन हमें कोई सुरक्षा नहीं मिली।
कोरोना
के
चलते
वापस
ली
गई
सुरक्षा
इस
मामले
पर
एसडीएम
राजेश
शर्मा
ने
कहा
कि
कोरोना
वायरस
संक्रमण
के
दौरान
बलविंदर
सिंह
की
सुरक्षा
वापस
ले
ली
गई
थी।
जब
कोरोना
वायरस
के
चलते
अचानक
से
ऐसे
हालात
पैदा
हुए
तो
सभी
को
प्रदान
किए
गए
बंदूकधारी
पुलिस
विभाग
द्वारा
वापस
बुलाए
गए।
यह
घटना
दुर्भाग्यपूर्ण
है,
अब
बलविंदर
सिंह
के
परिवार
को
गनमैन
की
सुरक्षा
कवच
प्रदान
किया
गया
है।