Balakot Air Strike: रात 3:40 पर इंटरनेट पर क्या खंगाल रहे थे पीएम मोदी?
नई दिल्ली। पिछले वर्ष 26 फरवरी को जब इंडियन एयरफोर्स (आईएएफ) ने पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के अड्डों को निशाना बनाया तो देश में एक अजब से उत्साह को महसूस किया गया। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी क्या कर रहे थे, इस बारे में उन्होंने एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में जानकारी दी थी। हमले के बाद पीएम मोदी रात तीन बजे के बाद तक इंटरनेट पर सर्फिंग करने में बिजी थे। 14 फरवरी को जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के जवाब में आईएएफ ने बालाकोट हमला किया था।
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इंटरनेट पर वर्ल्ड रिएक्शन तलाश रहे थे
पीएम पीएम मोदी, बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद तीन बजे रात इंटरनेट पर यह सर्च करने में बिजी थे कि इस एयर स्ट्राइक पर दुनिया से कहीं कोई रिएक्शन आया है क्या? पीएम मोदी ने इंटरव्यू में बताया, 'जब 3:40 मिनट पर मुझे बताया गया कि ऑपरेशन पूरा हो चुका है और हमारी सेनाएं सुरक्षित वापस लौट आई हैं, तो मैं सोने की बजाय इंटरनेट सर्फिंग में लग गया था और मैं यह देखना चाहता था कि दुनिया से इस पर कोई प्रतिक्रिया आई है क्या।' पीएम मोदी ने इसके बाद आगे कहा कि सुबह करीब 5:30 बजे पाकिस्तान के अधिकारी की ओर ऑपरेशन को लेकर ट्वीट किया गया था। उन्होंने कहा, 'इसके बाद मैंने सात बजे करीब सभी संबधित लोगों को मीटिंग के लिए बुलाया।'
मिल रही थी मिनट टू मिनट जानकारी
आईएएफ ने पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में आने वाले बालाकोट में जैश के सबसे बड़े अड्डे को निशाना बनाया था। इस एयरस्ट्राइक में आईएएफ ने 12 मिराज जेट्स को भेजा था। बालाकोट एयर स्ट्राइक, पुलवामा आतंकी हमले का जवाब थी जिसमें सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। पीएम मोदी से इंटरव्यू में पूछा गया कि क्या उन्हें मिनट टू मिनट हमले के बारे में जानकारी मिल रही थी तो इस पर उनका जवाब था कि कहीं बस एक्सीडेंट होता है तो भी उन्हें इसका पता लगता है। पीएम मोदी के मुताबिक जब इतना बड़ा ऑपरेशन जारी हो तो वह सो कैसे सकते हैं।
मिराज से लेकर सुखोई ऑपरेशन का हिस्सा
आईएएफ ने पीओके में एयरस्ट्राइक को अंजाम देकर पुलवामा में हुए आतंकी हमले का बदला लिया था। मिराज-2000 जेट्स ने सन् 1971 के बाद एलओसी क्रॉस की और पाकिस्तान में पहुंचे थे। पाकिस्तान ने पहले इस दावे को पूरी तरह से नकार दिया गया था। आईएएफ के जेट्स करीब 21 मिनट तक पीओके में थे और यहां पर उन्होंने अलग-अलग समय पर आतंकियों पर बम गिराए। इस ऑपरेशन के लिए सिर्फ मिराज हीं नहीं बल्कि सुखोई और मिग-21 जैसे फाइटर जेट्स का प्रयोग किया गया था।
21 मिनट तक जारी थे हमले
26 फरवरी रात करीब 3:20 बजे आईएएफ के 12 जेट्स केपीके प्रांत में दाखिल हुए और यहां पर उन्होंने हमले शुरू किए। 21 मिनट के अंदर मिराज 2000, लेसर गाइडेड बम, मैट्रा मैजिक क्लोज कॉम्बेट मिसाइल, लाइटनिंग पॉड, नेत्रा एयरबॉर्न वॉर्निंग जेट्स, आईएल 78 एम, हेरॉन ड्रोन की मदद से बालाकोट में हमले किए। इन हमलों में जैश के कैंप्स तबाह हुए और कई आतंकियों की मौत हुई है।