मोदी को दलितों का राम बताने वाले निर्मल सिंह का बयान, 'जिंदा होते तो भाजपा में होते अंबेडकर'
बाबासाहेब अंबेडकर किसके थे, इसपर आए दिन पार्टियों के बीच बहस होती रहती है। अब उत्तर प्रदेश के एक अधिकारी ने बयान दिया है कि अगर अंबेडकर जिंदा होते तो वो भाजपा में होते।
लखनऊ। बाबासाहेब अंबेडकर किसके थे, इसपर आए दिन पार्टियों के बीच बहस होती रहती है। अब उत्तर प्रदेश के एक अधिकारी ने बयान दिया है कि अगर अंबेडकर जिंदा होते तो वो भाजपा में होते। उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति एवं जनजाति वित्त एवं विकास निगम के अध्यक्ष लालजी प्रसाद निर्मल ने भीमराव अंबेडकर को लेकर ये बयान दिया। उन्होंने दलितों के लिए केंद्र और यूपी सरकार की स्कीमों की तारीफ करते हुए ये बातें कहीं।
शुक्रवार को उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति एवं जनजाति वित्त एवं विकास निगम के अध्यक्ष लालजी प्रसाद निर्मल ने कहा, 'इससे पहले, किसी सरकार ने दलितों के लिए इतना कुछ नहीं किया। केंद्र ने दलितों को समर्पित कई स्कीमों के लिए जारी वित्त वर्ष के लिए 138 करोड़ रुपये दिए हैं। बाबासाहेब साहेब अगर जिंदा होते तो वो भाजपा में होते।'
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निर्मल सिंह अंबेडकर महासभा के भी अध्यक्ष हैं। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ को दलितों का राम बताया था।
दलितों के लिए भाजपा सरकार की स्कीमों की तारीफ करते हुए निर्मल सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति एवं जनजाति वित्त एवं विकास निगम ने 12,280 दलित परिवारों के लिए 14.47 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की है। 'आयोग ने वित्तीय सहायता के लिए राज्य भर में 72,202 दलित परिवारों का चयन किया है।'
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