बाबरी मस्जिद विध्वंस: थोड़ी देर में फैसला, कोर्ट नहीं पहुंचेंगे आडवाणी-जोशी और उमा भारती
बाबरी मस्जिद विध्वंस: थोड़ी देर में फैसला, कोर्ट नहीं पहुंचेंगे आडवाणी-जोशी और उमा भारती
लखनऊ: Babri Masjid demolition case verdict: बाबरी मस्जिद विध्वंस केस में विशेष केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की अदालत आज यानी 30 सितंबर को अपना फैसला सुनाएगी। अयोध्या में 6 दिसंबर 1992 को बाबरी मस्जिद को विध्वंस किया गया था। इस मामले में लाल कृष्ण आडवाणी (LK Advani), मुरली मनोहर जोशी (Murli Manohar Joshi), उमा भारती (Uma Bharti) सहित 32 आरोपियों पर फैसला आने वाला है। लेकिन खबरों के मुताबिक आडवाणी-जोशी और उमा भारती आज फैसले वाले दिन कोर्ट नहीं पहुंचने वाले हैं।
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उमा भारती हैं कोरोना संक्रमित
खबरों के मुताबिक उमा भारती कोरोना से संक्रमित पाई गईं हैं, ऐसे में वह सेल्फ क्वारंटाइन हैं। वहीं लाल कृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी ने अपने स्वास्थ्य को आधार बताकर ना आने को कहा है। लाल कृष्ण आडवाणी 90 साल से ज्यादा के हैं और वहीं मुरली मनोहर जोशी 85 पार कर गए हैं। ऐसे में कोरोना महामारी को देखते हुए भी उन्होंने कोर्ट की सुनवाई में आने को कहा है।
28 सालों बाद आज आएगा फैसला
बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले सीबीआई कोर्ट 28 साल बाद अपना फैसला सुनाएगी। बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में लगभग इसमें 2,000 लोग मारे गए। इस मामले में कोर्ट में 351 गवाहों को पेश किया गया है और 600 दस्तावेज भी साक्ष्य के रूप में पेश हो चुके हैं।
उमा भारती, आडवाणी-जोशी सहित ये 32 लोग हैं आरोपी
सीबीआई ने जांच के बाद अपनी एफआईआर में 49 लोगों को आरोपी बनाया था। जिसमें से 17 लोगों की मौत हो गई और 32 लोगों पर ही केस चला। इन 32 लोगों में लाल कृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती, विनय कटियार, साध्वी ऋतंभरा, महंत नृत्य गोपाल दास, पवन कुमार पांडेय,कल्याण सिंह, चंपत राय,स्वामी साक्षी महाराज, ब्रज भूषण सिंह, रामविलास वेदांती, महंत धर्मदास, सहित 32 लोगों के नाम शामिल हैं। जिनपर कुछ ही देर में आज (30 सितंबर) को फैसला आने वाला है।