बाबरी मस्जिद विध्वंस केसः विशेष कोर्ट 4 जून को दर्ज करेगी 32 आरोपियों के बयान
नई दिल्ली। अयोध्या बाबरी मस्जिद विध्वंस केस पर लखनऊ में सीबीआई की विशेष कोर्ट में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सुनवाई के बाद आगामी 4 जून के लिए सभी 32 आरोपियों के बयान दर्ज करने की तारीख तय की हैं। हालांकि सीबीआई ने मामले में कुल 49 लोगों को आरोपित किया था, लेकिन अब तक आरोपितों में से 19 की मौत हो चुकी है।
गुरूवार को विशेष कोर्ट में जब सुनवाई शुरू हुई तो बचाव पक्ष की ओर से दलील दी गई कि लॉकडाउन के चलते लोगो से संपर्क नहीं हो पाया और बयान दर्ज करने के लिए अतिरिक्त समय की मांग की गई, जिसको मंजूरी करते हुए कोर्ट ने नई तारीख 4 जून तय कर दी है, जिसमें पूर्व गृह मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और उमा भारती समेत 32 लोगों का बयान दर्ज होना है।
Lucknow: A Special court to record statements of 32 accused including BJP leaders Lal Krishna Advani, Murli Manohar Joshi and Uma Bharti in Babri Masjid demolition case. The trail to commence on June 4.
— ANI UP (@ANINewsUP) May 28, 2020
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गौरतलब है गत 8 मई को जारी एक आदेश में सुप्रीम कोर्ट ने हर हाल में 31 अगस्त तक मामले की सुनवाई पूरी करने को कहा था। कोर्ट ने सुनवाई पूरी करने के लिए विशेष कोर्ट का कार्यकाल तीन महीने के लिए बढ़ाते हुए कहा था कि मामले में आगामी 31 अगस्त तक फैसला सुनाया जाना चाहिए।
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गुरुवार की हुई सुनवाई के लिए विशेष न्यायाधीश एसके यादव ने लाल कृष्ण आडवाणी, उमा भारती, कल्याण सिंह, मुरली मनोहर जोशी, पवन कुमार पांडेय, बृजभूषण शरण सिंह, सतीश प्रधान, विनय कटियार, साध्वी ऋतभरा, राम विलास वेदांती, चंपत राय, नृत्यगोपाल दास, लल्लू सिंह, महंत धर्मदास, साक्षी महाराज, आरएन श्रीवास्तव समेत 32 आरोपियों को गवाही के लिए तलब किया था।
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हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने बाबरी मस्जिद विध्वंश मामले में सीबीआई को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सुनवाई करने का निर्देश दिया था। इस मामले में राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह, पूर्व सांसद विनय कटियार, साध्वी ऋतंबरा का नाम भी आरोपियों में शामिल हैं। हालांकि पूर्व में कुल 49 आरोपी बनाए गए थे, लेकिन अब केवल 32 आरोपी ही जीवित बचे हुए हैं।
उल्लेखनीय है आज से करीब 28 वर्ष पूर्व शुरू हुए केस में गत 6 दिसंबर, 1992 को अयोध्या में थाना राम जन्मभूमि में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। सीबीआई ने मामले की जांच करते हुए कुल 49 आरोपियों के खिलाफ विशेष कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल किया था, जिनमें प्रमुख रूप से पूर्व उप प्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी, पूर्व केंद्रीय मंत्री मुरली मनोहर जोशी, पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह और बजरंग दल प्रमुख विनय कटियार और साध्वी ऋतंबरा का नाम शामिल है।
बाबरी मस्जिद विध्वंस केस: सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई अदालत से 31 अगस्त तक फैसला सुनाने को कहा