विवादित बाबरी ढांचा मैंने तुड़वाया, दे सको तो दे दो फांसी: वेदांती का दावा
यूपी के प्रतापगढ़ से सांसद रहे वेदांती ने कहा है कि अयोध्या में बाबरी ढांचा उनके कहने पर तोड़ा गया था।
नई दिल्ली। बाबरी विध्वंश क्यों और कैसे हुआ, उस पर आज एक बार फिर से बहस हो रही है क्योंकि इस मामले में अब भाजपा के सीनियर नेताओं पर कानूनी शिकंजा कसा है।
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ऐसे में एक बड़ा बयान बीजेपी के पूर्व सांसद और रामजन्म भूमि न्यास के सदस्य राम विलास वेदांती की ओर से आया है, जो भाजपा के लिए मुश्किलें पैदा कर सकता है।
अयोध्या में बाबरी ढांचा मेरे कहने पर तोड़ा गया था
यूपी के प्रतापगढ़ से सांसद रहे वेदांती ने कहा है कि अयोध्या में बाबरी ढांचा उनके कहने पर तोड़ा गया था,उन्होंने ही कार सेवकों को ढांचा तोड़ने के आदेश दिये थे और उनके इस करनी में वीएचपी के दिवंगत नेता अशोक सिंघल और महंत अवैधनाथ शामिल थे।
फांसी पर भी लटका दो...कोई गिला नहीं...
इसलिए अगर सजा देनी है तो मुझे दी जाए। अगर उन्हें इस बात के लिए फांसी पर भी लटका दिया जाता है तो उन्हें कोई अफसोस नहीं होगा।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल देश की सबसे बड़ी अदालत यानी कि सुप्रीम कोर्ट के नए आदेश के मुताबिक अब वरिष्ठ बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और उमा भारती समेत 13 लोगों के खिलाफ आपराधिक साजिश का मुकदमा चलेगा।
3 लोगों की मृत्यु हो चुकी है
कोर्ट ने जिन 13 लोगों के खिलाफ केस चलाने की बात कही है, उनमें से 3 लोगों की मृत्यु हो चुकी है।अदालत ने दो साल के अंदर सुनवाई पूरी करने समेत कई बड़े फैसले किए हैं।
6 दिसंबर 1992
बाबरी मस्जिद विध्वंस का मामला दरअसल 6 दिसंबर 1992 का है, जब हजारों की संख्या में कारसेवकों ने अयोध्या पहुंचकर बाबरी मस्जिद के विवादित ढ़ांचे को गिरा दिया था। जिसके बाद बाद देश भर में सांप्रदायिक दंगे हुए थे।