भारत को मिल गया इबोला का इलाज !
नई दिल्ली। दुनिया के लिए इबोला एक बड़ी समस्या बनकर उभर रहा है। दुनियाभर के देश इस बीमारी से बचने के रास्ते ढूंढ रहे हैं। यहीं नहीं इस जानलेवा बीमारी ने अब तक तकरीबन 8000 लोगों को अपनी गिरफ्त में ले लिया है। हालांकि भारत में अभी तक इबोला का एक भी मामला सामने नहीं आया है। बावजूद इसके योग गुरु बाबा रामदेव ने इस बीमारी को राकने वाली दवा बनाने का दावा किया है। बाबा रामदेव ने एक विज्ञापन के माध्यम से 'हेल्थ पैक' बनाने का दावा किया है। जिसके जरिए इबोला से बचा जा सकता है।
दुनियाभर में तेजी से पांव पसार रहे इबोला से भारत में लड़ने के प्रयासों के बारे में स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि भारत में इबोला के प्रवेश को रोकने के लिए सभी जरूरी कदम उठाये जा रहे है। विदेशों से आ रहे यात्रियों की गहन जांच करने के बाद ही उन्हें प्रवेश की अनुमति दी जा रही है। उन्होंने कहा कि इबोला हवा में नहीं फैलता यह महज एक मिथ्या प्रचार है भारतीयों में, यह बीमारी शरीर के तरल से बढ़ती है। जब डॉक्टर या उनके सहयोगी जरूरी मानको का पालन नहीं करते तो उनमें यह बीमारी फैलने की ज्यादा संभावना रहती है।
वहीं बाबा रामदेव के दावे पर स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि अभी तक भारत में इबोला का एक भी मामला सामने नहीं आया है। न ही ऐसा कोई साक्ष्य है जिसके जरिये ये सिद्ध किया जा सके इबोला का इलाज ढूंढ लिया गया है। लेकिन अगर रामदेव ने यह दावा किया है कि आयुर्वेद के जरिए इबोला से लड़ने की क्षमता को बढ़ा सकता है तो इसका यह मतलब नहीं है कि इबोला से बचा जा सकता है।
हालांकि भारतीय डॉक्टरों का मानना है कि आयुर्वेद के जरिए इबोला का प्रभावी इलाज ढूंढा जा सकता है। गंगाराम अस्पताल के डॉक्टर अतुल गोगिया का कहना है कि इबोला से लड़ने वाली दवाओं की खोज अभी चल रही है और इसे अभी तक ढूंढा नहीं जा सका है और न ही इसका वैक्सीन ढूंढा जा सका है। लिहाजा हमारे पास दावे को मानने या नहीं मानने का कोई आधार नहीं है।