जब पैसे जुटाने के लिए ट्रेन में गाना गाते थे बॉलीवुड एक्टर आयुष्मान खुराना
बेंगलुरू। हिंदी फिल्म इंडस्ट्री यानी बॉलीवुड में पिछले 3 वर्षों में बैक टू बैक कुल 8 सुपरहिट फिल्म देने वाले अभिनेता आयुष्मान खुराना आज किसी परिचय के मोहताज नहीं है। उनकी अभिनीत फिल्म सफलता की गारंटी के साथ आ रही है। वर्ष 2012 में निर्देशक सुजीत सिरकार की फिल्म विक्की डोनर में बॉलीवुड में डेब्यू करने वाले आयुष्मान खुराना का नाम आज हिंदी फिल्म इंडस्ट्री एक सफल अभिनेताओं में शुमार है।
आयुष्मान की फिल्मी सफलता और कॉमर्शियल शोहरत की कहानी को बयां करने के लिए दो बार फोर्ब्स के टॉप 100 सूची में उनके नाम और एक नेशनल एवॉर्ड और 4 फिल्मफेयर एवॉर्ड का जिक्र काफी है। पांच वर्ष तक थियेटर से जुड़े रहे आयुष्मान खुराना एक बेहतरीन एक्टर, सिंगर, टीवी होस्ट के साथ-साथ एक बेहतरीन रेडियो जॉकी भी रह चुके हैं।
बहुमुखी प्रतिभा के धनी आयुष्मान खुराना एक लाजवाब एक्टर ही नहीं, बल्कि मखमली आवाज़ के मालिक भी है। फिल्म विक्की डोनर के जरिए उन्होंने बतौर अभिनेता ही डेब्यू नहीं किया था बल्कि उन्होंने इसी फिल्म से बतौर प्लेबैक सिंगर भी डेब्यू किया था। इसकी तस्दीक वर्ष 2012 में उन्हें मिले एक साथ मिले दो एवॉर्ड करते हैं।
कॉमर्शियली सफल रही फिल्म विक्की डोनर के लिए आयुष्मान खुराना को पहला फिल्म फेयर एवॉर्ड बेस्ट डेब्यू एक्टर के लिए दिया गया था और दूसरा फिल्म फेयर एवॉर्ड उन्हें बेस्ट मेल प्लेबैक सिंगिंग के लिए दिया था। विक्की डोनर फिल्म के मशहूर गीत 'पानी द रंग देख के' उस समय के चार्ट बस्टर गानों में से एक रहा था।
हालांकि डेब्यू फिल्म विक्की डोनर के बाद आयुष्मान खुराना को सफलता मिलनी बंद हो गई और करीब तीन वर्ष बाद उन्हें यशराज बैनर की फिल्म जोर लगाके हईसा मिली, जिसे मशहूर निर्देशक शरत कटारिया ने निर्देशित किया था। फिल्म जोर लगाके हईसा से पहल आयुष्मान के हिस्से में फ्लॉफ फिल्में आईं, जो आयुष्मान खुराना के कैरियर का बुरा दौर कहा जा सकता है।
आयुष्मान खुराना का यह बुरा दौर उनके साथ वर्ष 2013 से 2015 तक उनके साथ रहा और इस बीच उनकी रिलीज हुई तीनों फिल्मों का बॉक्स ऑफिस पर बुरा हाल रहा है। इनमें रोहन सिप्पी की फिल्म नौटंकी साला, यशराज बैनर की दो फिल्म क्रमशः बेवकूफियां और हवाईजादा थीं।
ऐसा लगा कि आयुष्मान खुराना वन फिल्म वंडर बनकर इंडस्ट्री से बाहर हो जाएंगे, क्योंकि उनकी पीठ पर किसी गॉडफादर का हाथ नहीं था। फिल्म विक्की डोनर की सफलता में आयुष्मान खुराना की मेहनत और ईमानदार प्रयास की बड़ी भूमिका थी। ऐसा लगा कि आयुष्मान खुराना फिल्मों के चुनाव में गलती कर रहे हैं।
क्योंकि आयुष्मान खुराना खुद फिल्मों के चुनाव के लेकर बेहद सेलेक्टिव हैं, उन्हें सामाजिक विषयों पर आधारित फिल्मों में काम करने की अधिक रूचि है। वर्ष 2012 में रिलीज उनकी डेब्यू फिल्म विक्की डोनर और वर्ष 2015 में रिलीज हुई उनकी चौथी फिल्म जोर लगाके हईसा दोनों एक सामाजिक फिल्म थी और दोनों फिल्में सुपर हिट रहीं थी।
आयुष्मान खुराना की दोनों फिल्में कॉमर्शियल और क्रिटिकल दोनों मापदंडों पर खरी उतरी। महज 15 करोड़ में निर्मित जोर लगाके हईसा फिल्म ने कुल 42 करोड़ रुपए की कमाई करके झंडे गाड़ दिए थे। जबकि उनकी डेब्यू फिल्म विक्की डोनर की लागत महज 10 करोड़ रुपए थे और उसने वर्ल्डवाइड 62 करोड़ रुपए की कमाई की थी।
यही वह दौर था जब आयुष्मान खुराना नई फिल्मों में काम करने से पहले दो वर्षों का लंबा गैप लिया। उन्होंने तीन सुपर फिल्मों के हश्र से सबक लेते हुए आगे उन्हीं फिल्मों में काम करने का निश्चय कर लिया था, जो सामाजिक विषयों पर केंद्रित हो, भले ही उक्त फिल्में छोटे बैनर या छोट बजट की हों।
दो वर्ष अंतराल के बाद आयुष्मान खुराना ने एक फिर छोटे बजट की फिल्म बरेली की बर्फी के जरिए सिल्वर स्क्रीन पर दस्तक दिया तो सफलता एक बार उनके कदम चूंम रही थी। वर्ष 2017 से 2020 के बीच आयुष्मान खुराना की लीड रोल वाली कुल 8 फिल्में रिलीज हुईं और सभी आठों फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस में सफलता का परचम लहराए।
20 करोड़ की लागत में बनी फिल्म बरेली की बर्फी सुपरहिट रही
वर्ष 2017 में रिलीज हुई फिल्म बरेली की बर्फी एक छोटे बजट की फिल्म थी, लेकिन फिल्म का विषय सामाजिक और मॉस वैल्यू वाला था। महज 20 करोड़ की लागत से निर्मित फिल्म बरेली की बर्फी को निर्देशक अश्विनी अय्यर तिवारी ने निर्देशित की थी और फिल्म ने अपनी लागत की तीन गुना अधिक कमाई करते हुए सुपरहिट साबित हुई।
फिल्म शुभ मंगल सावधान ने आयुष्मान ने लिखी सफलता की नई इबारत
इसके बाद वर्ष 2017 में ही रिलीज आयुष्मान खुराना की अगली फिल्म शुभ मंगल सावधान ने सफलता के नए सोपान लिख दिए। शुभ मंगल सावधान फिल्म का विषय सामाजिक समस्या पर बेस्ड थी, जो दक्षिण फिल्म की फिल्म कल्याना समायल साधम की रीमेक थी। आयुष्मान की यह फिल्म भी कॉमर्शियली सुपरहिट रही, जिसमें उनके अपोजिट भूमि पेडनेकर थीं। हालांकि इसी साल रिलीज हुई आयुष्मान खुराना की एक फिल्म मेरी प्यारी बिंदू फ्लॉफ भी रही थी।
अंधाधुन में अंधे रोल में आयुष्मान खुराना ने सफलता के तोड़े सारे रिकॉर्ड
वर्ष 2018 भी आयुष्मान खुराना के फिल्मों के चुनाव में सेलेक्टिव रवैये के चलते बेहतर गया। निर्देशक श्रीराम राघवन निर्देशित अंधाधुन में लीड रोल में सिल्वर स्क्रीन पर नज़र आयुष्मान खुराना की अदाकारी ने पुरानी सभी सफलताओं को पीछे छोड़ दिया था। क्राइम थ्रिलर फिल्म अंधाधुन में एक अंधे के रोल में नज़र आए आयुष्मान खुराना की अदाकारी खूब पसंद की गई।
फिल्म अंधाधुन की वर्ल्डवाइड लाइफ टाइम कमाई 220 करोड़ रुपए रही
फिल्म अंधाधुन को भारत में ही नहीं, वर्ल्डवाइड खूब पंसद किया गया। खासकर चाइना में फिल्म में बढ़िया बिजनेस किया। महज 32 करोड़ की लागत में बनी फिल्म अंधाधुन ने वर्ल्डवाइड लाइफ टाइम कमाई 220 करोड़ रुपए रही। फिल्म अंधाधुन के लिए आयुष्मान खुराना को पहली बार बेस्ट एक्टर का नेशनल एवॉर्ड दिया गया। इसी फिल्म के लिए क्रिटिक्स श्रेणी का बेस्ट एक्टर का फिल्मफेयर भी आयुष्मान को मिला।
अंधाधुन की अपार सफलता के बाद भी आयुष्मान के कदम नहीं डगमगाए
अंधाधुन की सफलता ने आयुष्मान खुराना के एक्टिंग कैरियर को नया आयाम दिया। आयुष्मान भारत के साथ विदेशों में रह रहे हिंदी फिल्मों के प्रेमियों की पंसदीदा अभिनेताओं में शुमार हो गए। अंधाधुन की अपार सफलता के बाद आयुष्मान के कदम नहीं डगमगाए और औनी-पौनी फिल्म साइन नहीं किए।
2019 में रिलीज आयुष्मान खुराना की तीनों फिल्में कॉमर्शियली हिट रहीं
वर्ष 2019 में रिलीज हुईं आयुष्मान खुराना की तीनों फिल्में कॉमर्शियली हिट रहीं। इनमें अनुभव सिन्हा निर्देशित फिल्म आर्टिकल 15, नवोदित डायरेक्टर राज शांडिल्य निर्देशित ड्रीम गर्ल और स्त्री फेम डायरेक्टर अमर कौशिक की फिल्म बाला प्रमुख थी। तीनों फिल्में छोटे बजट की फिल्म थीं और तीनों का विषय सामाजिक था और तीनों ने बॉक्स ऑफिस पर सफलता के झंडे गाड़े।
शुभ मंगल ज्यादा सावधान में गे करेक्टर में स्क्रीन पर छा गए आयुष्मान
संभवतः आयुष्मान खुराना को अपनी यूएसपी पता चल चुका था और उसी ढर्रे की फिल्मों में काम करने के लिए चुन-चुनकर ऐसी फिल्मों पर ही दांव लगा रहे हैं। वर्ष 2020 में रिलीज हुई उनकी पहली फिल्म शुभ मंगल ज्यादा सावधान सफलता के झंडे गाड़ चुकी है और रिलीज के बाद से ही फिल्म बॉक्स ऑफिस पर अच्छी कमाई कर रही है। रिलीज के दिन तकरीबन 10 करोड़ कमाई करने वाली शुभ मंगल ज्यादा सावधान 7 दिन में अब तक 45 करोड़ रुपए की कमाई कर चुकी है। चूंकि शुभ मंगल सावधान एक बोल्ड विषय पर बेस्ड हैं, जिसमें आयुष्मान गे की भूमिका है, इसलिए फिल्म को परिवार के साथ देखने दर्शक थियेटर नहीं पहुंच रहे हैं, लेकिन माना जा रहा है कि फिल्म कॉमर्शियली सक्सेस लिस्ट में शुमार हो जाएगी।
सामाजिक ताने-बाने और लीक से हटकर स्क्रिप्ट का चुनते हैं आयुष्मान
आयुष्मान खुराना की फिल्मोग्राफी में एक बात कॉमन है और वह फिल्म की कहानी, जो कि सामाजिक ताने-बाने पर है और लीक से जरा हटकर है। यानी उन विषयों पर आयुष्मान खुराना ने जोखिम लिया, जिस पर पैसा खर्च करने में आम दर्शक ही नहीं, आम निर्माता इच्छुक नहीं होते हैं। आयुष्मान खुराना की फिल्मोग्राफी की शुरूआत ही ऐसी फिल्मों से हुई है।
आयुष्मान की डेब्यू फिल्म विक्की डोनर का विषय भी एक टैबू फिल्म था
वर्ष 2012 में रिलीज हुई आयुष्मान खुराना की डेब्यू फिल्म विक्की डोनर का विषय टैबू है, लोग सार्वजनिक जगहों पर स्पर्म और स्पर्म डोनर का जिक्र नहीं करते हैं, लेकिन फिल्म कॉर्मशियली हिट रही। इसी तरह वर्ष 2015 में रिलीज हुई जोर लगाके हइसा भी सामाजिक ताने-बाने पर बेस्ड थी, यह फिल्म भी दर्शकों को खूब पसंद आई, क्योंकि फिल्म का विषय और उनके किरदार आम थे।
पहली की सफलता के बाद थोड़ा भटक गए थे आयुष्मान खुराना
विक्की डोनर की सफलता के बाद आयुष्मान खुराना थोड़ा भटक गए थे और उन्होंने ऐसी फिल्में साइन कर ली, जो उनके जॉनर की नहीं थी और कुल तीन फिल्में उनकी बुरी तरह असफल रही हैं, जिसका जिक्र हम ऊपर कर चुके हैं। यह बात आयुष्मान को समझ आ चुकी थी।
'जोर लगाके हईसा' की सक्सेस के बाद आयुष्मान ने पीछे मुड़कर नहीं देखा
वर्ष 2015 के जोर लगाके हईसा की सफलता के बाद आयुष्मान खुराना ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। उसके पीछे सिर्फ कारण था कि उन्होंने तय कर लिया था कि उन्हें कौन सी फिल्म करनी है और कौन सी छोड़नी है। 2020 में रिलीज होने जा रही आयुष्मान खुराना की दूसरी फिल्म का नाम गुलाबो-सिताबो है, जिसे आयुष्मान खुराना के डेब्यू फिल्म के निर्देशक और निर्माता सुजीत सिरकार निर्देशित कर रहे हैं।
गुलाबो-सिताबो में महानायक बिगबी के साथ नज़र आएंगे आयुष्मान
अप्रैल, 2020 में रिलीज होने जा रही फिल्म गुलाबो-सिताबो में आयुष्मान खुराना के साथ सदी के महानायक अमिताभ बच्चन काम कर रहे हैं। फिल्म को विक्की डोनर के निर्देशक सुजीत सिरकार निर्देशित कर रहे हैं। यह फिल्म पहले 28 फरवरी को रिलीज होनी थी, लेकिन बाद में इसका रिलीज डेट टाल दिया गया था। अभी हाल में फिल्म गुलाबो-सिताबो का फर्स्ट लुक जारी किया था, जिसकी शूटिंग लखनऊ में चल रही है।