आयुष्मान खुराना ने बताया क्यों रीमेक फ़िल्में नहीं करना चाहते
आयुष्मान खुराना का कहना है कि वो कई दूसरे अभिनेताओं की तरह रीमेक फ़िल्में नहीं करना चाहते. आख़िर इसकी वजह क्या है.
ऋतिक रोशन, अक्षय कुमार, अजय देवगन, सैफ़ अली ख़ान, वरुण धवन और कार्तिक आर्यन जैसे स्टार रीमेक फ़िल्मों में काम कर रहे हैं. वहीं हिंदी फ़िल्म इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान बनाने वाले आयुष्मान खुराना रीमेक फ़िल्मों से अब तक कोसों दूर रहे हैं.
अपनी आगामी फ़िल्म ऐन ऐक्शन हीरो के लिए बीबीसी से रूबरू हुए आयुष्मान खुराना ने रीमेक फ़िल्मों पर टिप्पणी करते हुए कहा, "मेरा रीमेक पर विश्वास नहीं है. मैं वास्तविक कंटेंट में ही काम करता हूँ. मेरी फ़िल्में दक्षिण भारत में रीमेक हो रही है जैसे 'बधाई हो', 'अंधाधुन' और 'आर्टिकल15'. मुझे लगता है कि मैं उत्तर भारत से इकलौता अभिनेता हूँ जिसकी फ़िल्मों की रीमेक दक्षिण भारत में हो रही है."
हाल फ़िलहाल में कई रीमेक फ़िल्में आईं पर दर्शकों को लुभा नहीं पाईं.
इस पर आयुष्मान का मानना है, "भारत के दर्शक अब ग्लोबल दर्शकों में तब्दील हो गए हैं. अब भाषा की दीवार नहीं है. दर्शक तुर्की, कोरियाई, फ़ारसी और दक्षिण भारतीय फ़िल्में भी देख रहे हैं."
आयुष्मान का मानना है कि जब तक रीमेक में कुछ नया ना कहना हो तब तक रीमेक बनाने का कोई फ़ायदा नहीं है.
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महामारी के बाद दर्शकों को खींचने की चुनौती
कोविड महामारी के बाद हिंदी फ़िल्म इंडस्ट्री उबरने की कोशिश कर रही है, पर कुछ ही फ़िल्में दर्शकों को लुभाने में कामयाब हुई हैं.
महामारी के बाद आयुष्मान खुराना की तीन फ़िल्में रिलीज़ हुईं और तीनों ही दर्शकों को सिनेमाघर तक खींचने में कमज़ोर साबित हुईं.
अपनी तीन पिछली फ़िल्मों पर सफ़ाई देते हुए आयुष्मान कहते हैं, "चंडीगढ़ करे आशिकी फ़िल्म एलजीबीटीक्यू फ़िल्म थी. इतिहास गवाह है कि हमारे देश में ऐसी फ़िल्में चलती ही नहीं है, आप कुछ भी कर लो.
मैंने बहुत प्रयत्न किए, जितना कमर्शियल बना सकता था उसे बनाया पर दुर्भाग्य से हमारा देश होमोफ़ोबिक (समलैंगिकों के प्रति भयभीत) है जिसे बदलने में समय लगेगा."
वहीं उनकी फ़िल्म 'अनेक' को आयुष्मान उत्तर पूर्वी भारत का डॉक्यू ड्रामा मानते हैं. उनका मानना है कि इस विषय के दर्शक कम हैं.
वहीं तीसरी फ़िल्म 'डॉक्टर जी' ए सर्टिफ़िकेट फ़िल्म थी जिसमें दर्शक अपने आप ही कम हो जाते हैं. इसलिए आयुष्मान फ़िल्म चुनने का तरीक़ा बदलना चाहते हैं.
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'साहसी अभिनेता हैं आयुष्मान'
आयुष्मान ने माना कि फ़िल्म चयन को लेकर उन्हें फ़िल्म इंडस्ट्री का सबसे साहसी अभिनेता माना जाता है जिसका दबाव उन पर रहता है. अपनी इस पहचान को बरक़रार रखते हुए अब वो व्यापक दर्शकों तक पहुंचना चाहते हैं.
अब आयुष्मान सामाजिक ज्ञान देने वाली फ़िल्मों से दूर जाना चाहते हैं और अब 'पॉपकॉर्न एंटरटेनमेंट फ़िल्मों' से जुड़ना चाहते हैं ताकि वो अपनी फ़िल्मों का पैमाना बढ़ा सकें. उनकी कोशिश मल्टीप्लेक्स से मास अभिनेता बनने की है.
उन्होंने कहा, "मैं शुरू से ही मल्टीप्लेक्स ऐक्टर रहा हूँ. मेरी अधिकतर फ़िल्में बुद्धिजीवी दर्शकों के लिए रही हैं. प्रगतिशील फ़िल्में रही हैं.
पर मुझे इतनी बुद्धिमान फ़िल्में भी नहीं देनी कि सिनेमाघर में दर्शकों को समझ ही नहीं आए. इसलिए मुझे ही बदलना होगा. मुझे कमर्शियल फ़िल्मों की तरफ़ रुख़ करना होगा जिसमें कंटेंट के साथ-साथ बहुत बड़ा हिस्सा मनोरंजन का होगा. ये बीते दो साल की सीख है."
अनिरुद्ध अय्यर द्वारा निर्देशित ऐन ऐक्शन हीरो फ़िल्म में आयुष्मान ऐक्शन हीरो के किरदार में नज़र आएंगे.
इस फ़िल्म में ऐक्शन हीरो बने आयुष्मान सुपरस्टार के इंसानी पक्ष से दर्शकों को रूबूरू कराएंगे. फ़िल्म में उनके साथ जयदीप अहलावत भी अहम भूमिका में हैं. फ़िल्म दो दिसंबर को सिनेमाघरों में रिलीज़ होगी.
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