आयुष्मान खुराना को रहता है किसकी चिट्ठियों का इंतज़ार
फ़िल्म 'विकी डोनर' से अपना अभिनय करियर शुरू करने वाले आयुष्मान को आठ साल की मेहनत के बाद पिछले साल आई फ़िल्म 'अंधाधुन' के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार मिलने वाला है. आयुष्मान का मानना है कि राष्ट्रीय पुरस्कार की घोषणा के बाद उन पर एक खुशी भरा दबाव बन गया है. बीबीसी से बातचीत में वो कहते हैं, "फ़िल्म करने से पहले आप अवॉर्ड्स के बारे में नहीं सोचते.
फ़िल्म 'विकी डोनर' से अपना अभिनय करियर शुरू करने वाले आयुष्मान को आठ साल की मेहनत के बाद पिछले साल आई फ़िल्म 'अंधाधुन' के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार मिलने वाला है.
आयुष्मान का मानना है कि राष्ट्रीय पुरस्कार की घोषणा के बाद उन पर एक खुशी भरा दबाव बन गया है.
बीबीसी से बातचीत में वो कहते हैं, "फ़िल्म करने से पहले आप अवॉर्ड्स के बारे में नहीं सोचते. अगर मिलता है तो आपको एक प्रोत्साहन मिल जाता है कि आपके चयन सही हैं."
वो कहते हैं, "मैं सिर्फ़ स्क्रिप्ट के साथ जाना चाहता हूँ. मुझे परवाह नहीं कि निर्देशक, निर्माता या मेरा सह-कलाकार कौन है? कभी-कभी आप बड़े नाम सुनकर बहक जाते हैं. पर बड़े से बड़ा निर्देशक बुरी फ़िल्म दे सकता है और नए से नया निर्देशक एक सफल फ़िल्म दे सकता है. ये मैं समझ गया हूँ."
आयुष्मान को लगता है कि जो फ़िल्में वे चुनते हैं, उन्हें चुनने में किसी अभिनेता को संकोच हो सकता है, पर उन्हें कभी संकोच नहीं हुआ.
वो मानते हैं कि जब तक वो कुछ अलग नहीं करेंगे, फ़िल्म इंडस्ट्री में अपनी जगह नहीं बना सकेंगे.
फ़िल्म इंडस्ट्री के नए पीढ़ी के सभी अभिनेताओं को अमिताभ बच्चन की चिट्ठी का इंतज़ार रहता है.
अब तक आयुष्मान खुराना को भी अमिताभ बच्चन से दो चिट्ठियां मिल चुकी हैं. उन्हें पहली चिट्ठी फ़िल्म 'दम लगाके हईशा' के लिए मिली थी और दूसरी चिट्ठी राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए मिली है.
इस पर आयुष्मान कहते हैं, "बच्चन साहब की चिट्ठियों का इंतज़ार हमेशा रहता है वो अपने आप में ही एक अवॉर्ड है."
फ़िल्म इंडस्ट्री में आठ साल गुजरने के बाद आयुष्मान को अमिताभ बच्चन के साथ शूजित सरकार की आगामी फ़िल्म "गुलाबो सीताबो" में काम करने का मौका मिला.
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बच्चन साहब के साथ काम करने के अनुभव को साझा करते हुए आयुष्मान कहते है, "वो बहुत ही सहयोगी कलाकार हैं. उनकी फ़िल्में देखकर बड़े हुए है तो उनको देखकर डर लगता है. पर उनके साथ जब काम करते हैं तो वो एक कलाकार को इज्ज़त देते है. उनसे बहुत कुछ सीखने को मिला. वो अपनी पीढ़ी के इकलौते सुपरस्टार हैं जो अब भी राज कर रहे हैं."
आयुष्मान खुराना कॉमेडी फ़िल्म 'ड्रीमगर्ल' में नज़र आएंगे जिसमें वो महिला की आवाज़ निकालते दिखेंगे.
इस फिल्म की कहानी ये है कि लोग उनकी आवाज़ के कायल होकर उनसे प्यार कर बैठते हैं. राज शांडिलिया के डायरेक्शन में बनी 'ड्रीम गर्ल' में नुसरत बरूचा, अन्नू कपूर भी अहम भूमिका निभा रहे हैं.