Ayodhya Verdict से पहले देश भर में हाई अलर्ट, इन-इन शहरों में धारा 144 लागू
लखनऊ। सुप्रीम कोर्ट आज (शनिवार) अयोध्या विवाद पर 10:30 बजे फैसला सुनाएगा। अब सिर्फ कुछ घंटे ही बचे हैं। देश के सबसे बड़े मुकदमे का फैसला बड़ा है इसलिए पूरे देश में पहरा भी बहुत कड़ा है। उत्तर प्रदेश में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गए हैं। पूरे यूपी में धारा 144 लागू है। अयोध्या को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। सिर्फ यूपी ही नहीं देश के कई राज्य हाई अलर्ट पर हैं और वहां भी धारा 144 लागू किया गया है।
भोपाल में कलेक्टर तरुण पिथोड़े ने सोशल मीडिया पर भी शिकंजा कसते हुए आपत्तिजनक, भड़काऊ, किसी संप्रदाय विशेष को टार्गेट करते संदेश, तस्वीर, वीडियो पोस्ट करने पर प्रतिबंध लगा दिया है। इन सारे उपायों के अलावा प्रशासन ने एक खास तैयारी की है, जिसमें अहम भूमिका होगा आशा कार्यकर्ता, एएनएम, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और पटवारियों की जो सुनिश्चित करेंगे कि राज्य में सांप्रदायिक सौहार्द बना रहे।
पूरे भोपाल में धारा 144 लागू है। इसके अलावा बेंगलुरु पुलिस ने अहतियातन कदम उठाते हुए शनिवार को सुबह 7 बजे से रात के 12 बजे तक बेंगलुरु में धारा 144 लागू कर दी गई है। सोशल मीडिया पर भी निगरानी रखी जा रही है। शराब की दुकानें भी एक दिन के लिए बंद रहेंगी। बेंगलुरु पुलिस कमिश्नर के 8000 जवान तैनात किए गए हैं। पुलिस ने कहा कि यहां पर किसी को नारेबाजी की इजाजत नहीं जाएगी और ऐसा कुछ भी करने पर कार्रवाई की जाएगी।
वहीं जम्मू-कश्मीर में धारा 144 लागू कर दिया गया है। स्कूल और कॉलेज बंद करने के निर्देश जारी किए गए हैं। बिहार की राजधानी पटना में भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। जिलाधिकारी कुमार रवि ने पटनावासियों से अपील की है कि अयोध्या मामले पर नौ नवंबर को माननीय सर्वोच्च न्यायालय के फैसले को सौहार्दपूर्ण तरीके से देखने तथा शांति व्यवस्था बनाये रखें। जिलाधिकारी ने बताया कि सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। अतिरिक्त सुरक्षा के साथ कई स्थानों पर दंडाधिकारी के साथ पुलिस पदाधिकारी और पुलिस बल तैनात रहेंगे।
दूसरी तरफ उत्तराखंड डीजी की ओर से सभी सतर्क करते हुए शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने लिखा... जैसा कि आप सबको पता है कि अयोध्या मामले में शनिवार को सुप्रीम कोर्ट की पांच जजों की बेंच का फैसला आ जाएगा। आप सब से अपील है कि किसी भी तरह का मैसेज फॉरवर्ड करने से पहले उसकी सत्यता अवश्य जांच लें। अन्यथा आपके द्वारा किया गया एक भी गलत मैसेज लाखों लोगों के लिए मुसीबत का सबब और प्रदेश के माहौल को खराब करने का कारण बन सकता है। जिसके जिम्मेदार पूरी तरह से आप होंगे। उत्तराखंड पुलिस सोशल मीडिया (व्हाट्सएप, फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब आदि) की पूरी निगरानी कर रही है। बावजूद इसके अगर कोई यह सोचकर कि पकड़ा नहीं जाऊंगा और गलत मैसेज फॉरवर्ड करता है तो यह उसकी गलतफहमी होगी।