Ayodhya Verdict: कारसेवकों का संघर्ष बेकार नहीं गया, जल्द से जल्द बने राम मंदिर: राज ठाकरे
नई दिल्ली। अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे ने खुशी जाहिर की है। राज ठाकरे ने कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि इस पूरे संघर्ष के दौरान कारसेवकों ने जो बलिदान दिया है वह व्यर्थ नहीं गया। राज ठाकरे ने कहा कि मंदिर का निर्माण जल्द से जल्द होना चाहिए। उन्होंने कहा कि मेरी इच्छा है कि पूरे देश में भी राम राज्य होना चाहिए। कोर्ट के फैसले के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी इसपर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंंने कहा कि कोर्ट ने अयोध्या मुद्दे पर अपना फैसला सुना दिया है। कोर्ट के इस फैसले का सम्मान करते हुए हम सब को आपसी सद्भाव बनाए रखना है। ये वक्त हम सभी भारतीयों के बीच बन्धुत्व,विश्वास और प्रेम का है। राहुल गांधी के अलावा कई नेताओं ने भी सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया है।
कोर्ट के फैसले के बाद पीएम मोदी ने ट्वीट करके लिखा कि देश के सर्वोच्च न्यायालय ने अयोध्या पर अपना फैसला सुना दिया है। इस फैसले को किसी की हार या जीत के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए। रामभक्ति हो या रहीमभक्ति, ये समय हम सभी के लिए भारतभक्ति की भावना को सशक्त करने का है। देशवासियों से मेरी अपील है कि शांति, सद्भाव और एकता बनाए रखें। सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला कई वजहों से महत्वपूर्ण है: यह बताता है कि किसी विवाद को सुलझाने में कानूनी प्रक्रिया का पालन कितना अहम है। हर पक्ष को अपनी-अपनी दलील रखने के लिए पर्याप्त समय और अवसर दिया गया। न्याय के मंदिर ने दशकों पुराने मामले का सौहार्दपूर्ण तरीके से समाधान कर दिया।
इससे पहले इस पूरे विवाद पर अपना फैसला सुनाते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि विवादित स्थल को हिंदू पक्ष को दिया जाए और मंदिर निर्माण के लिए एक ट्रस्ट को बनाया जाए। साथ ही मस्जिद के निर्माण के लिए कोर्ट ने राज्य सरकार को निर्देश दिया है कि वह मुस्लिम पक्ष को पांच एकड़ जमीन अयोध्या में मुहैया कराई जाए। कोर्ट ने कहा कि 3-4 महीने के भीतर सेंट्रल गवर्नमेंट ट्रस्ट की स्थापना के लिए योजना तैयार करे और विवादित स्थल को मंदिर के निर्माण के लिए सौंप दे।