Ayodhya Verdict:मुस्लिम शख्स ने खुशी जताते हुए खून से लिखा, 'कोर्ट के फैसले का स्वागत'
लखनऊ: सुप्रीम कोर्ट ने बहुप्रतीक्षित अयोध्या केस में शनिवार को फैसला सुनाया। कोर्ट ने विवादित ढांचे पर रामलला का हक माना। कोर्ट ने सरकार को तीन महीने के भीतर मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट बनाने को कहा है। सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच जजों को पीठ ने ये ऐतिहासिक फैसला सुनाया। रामपुर के एक मुस्लिम ने अयोध्या केस में कोर्ट के फैसले की खुशी अनोखे अंदाज में जताई।
खून से लिखा स्वागत
उत्तर प्रदेश के रामपुर के फरहत अली खान ने कोर्ट के इस फैसले का स्वागत अनोखे अंदाज में किया। फरहत अली ने अयोध्या के फैसले पर खुशी जताते हुए अपने खून से लिखा 'कोर्ट के फैसले का स्वागत'। गौरतलब है कि फरहत अखिल भारतीय मुस्लिम महासंघ के अध्यक्ष भी हैं।
'हिंदुस्तान जीता है'
फरहत अली खान ने इस कदम के बारे में कहा कि मैंने पूरे हिंदुस्तान को ये यकीन दिलाने की कोशिश की है कि आखिर में प्यार जीता है, हिंदुस्तान जीता है, सोहार्द जीता है। अमन के हक में फैसला आया है। उन्होंने आगे कहा कि हम कोर्ट के फैसले का दिल से स्वागत करते हैं। हिंदुस्तान के ज़र्रे जर्रे में रहमान और रहीम बसते हैं और हम कोर्ट के इस फैसले को सिर आंखों पर रखते हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने फैसले में क्या कहा
सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच जजों की संवैधानिक पीठ ने शुक्रवार को अपने फैसले में कहा कि मुस्लिम पक्ष विवादित ढांचे पर अपना हक साबित नहीं कर पाया। पांच जजों ने सहमति से ये फैसला सुनाया। कोर्ट ने विवादित जमीन पर रामलला का हक माना। इसके साथ ही कोर्ट ने मुस्लिम पक्ष को अयोध्या में मस्जिद के लिए 5 एकड़ जमीन देने का आदेश दिया। कोर्ट ने कहा कि केंद्र सरकार या राज्य सरकार ये जमीन दे।
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