अयोध्या में होगा साधु-संतों का पुलिस वेरिफिकेशन, जानिए वजह
अयोध्या। उत्तर प्रदेश में अपराध पर लगाम लगाने और अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए सरकार और पुलिस प्रशासन लगातार नए-नए कदम उठा रही है। इसी कड़ी में अयोध्या में रह रहे साधु-संतों का पुलिस वेरिफिकेशन किया जा रहा है। फर्जी साधु-संतों को पकड़ने के लिए पुलिस ने ये कदम उठाया है। ऐसा पहली बार है जब साधु-संतों का इस तरह से पुलिस वेरिफिकेशन किया जा रहा है। पुलिस प्रशासन के इस फैसले का ज्यादातर साधु-संतों ने स्वागत किया है।
साधु-संतों ने किया फैसले का स्वागत
साधु-संतों के वेरिफिकेशन के मामले पर पुलिस अधिकारी सर्कल ऑफिसर (सीओ) आरके साव ने बताया कि अपराध पर लगाम लगाने और फर्जी साधु-संतों को पकड़ने के लिए ये कदम उठाया गया है। कई बार शातिर अपराधी साधु के भेष में छिपकर रहते हैं, ऐसे अपराधियों पर लगाम के लिए ये फैसला लिया गया है।
इस फैसले पर पुलिस का क्या कहना है...
जानकारी के मुताबिक इलाहाबाद में 2019 में लगने वाले कुंभ मेले को देखते हुए भी ये कदम उठाया है। साधु-संतों ने पुलिस के कदम का समर्थन किया है। एक संत ने कहा कि ये अच्छा कदम है, हम इसका स्वागत करते हैं। इस कदम से लोगों के साथ कोई भी धोखाधड़ी नहीं कर पाएगा। इतना ही नहीं इस कदम से साधु-संतों की छवि भी कोई धूमिल नहीं कर पाएगा।
मांगी जा रही है साधु-संतों की पूरी डिटेल
जानकारी के मुताबिक पुलिस की ओर से अयोध्या में रह रहे साधु-संतों के लिए एक रजिस्टर भी बनाया जा रहा है। पुलिस वेरीफिकेशन में साधु-संतों की पूरी डिटेल मांगी जा रही है। इसमें साधु-संतों के जन्म स्थान, पहचान समेत कई जरूरी जानकारियां पूछी जा रही हैं। पुलिस अयोध्या के सभी मठ-मंदिरों में रहने वाले साधु-संतों की डिटेल रजिस्टर में भर रही है।
इसे भी पढ़ें:- #Article377: केंद्र सरकार ने दाखिल किया हलफनामा, कहा- सुप्रीम कोर्ट खुद करे फैसला