पहले नहीं देखी होगी ऐसी दर्दनाक मौत, हाथ पर बने टैटू से हुआ खुलासा!
पुणे। शादी की बार-बार रट लगाए प्रेमिका से परेशान होकर प्रेमी ने चाकू से वारकर प्रेमिका की हत्या कर दी थी और सबूत मिटाने के उद्देश्य से महिला की लाश को जला दिया था। लेकिन अपराधी कितना भी शातिर क्यों न हो, सबूत छोड़ ही देता है। पुलिस ने भी इस हत्या के मामले में फेसबुक के जरिए महिला के कातिल तक पहुंची और आरोपी को गिरफ्तार किया। प्रेम संबंध और अनैतिक संबंधों के चलते प्रेमी ने अपनी ही प्रेमिका की बेहरमी से हत्या कर दी थी। महिला की लाश 11 मई को विमाननगर इलाके से बरामद हुई थी। 80 प्रतिशत जली हुई महिला की लाश से पता लगाना मुश्किल था कि आखिरकार हत्यारा कौन है, पर क्राइम ब्रांच (यूनिट 5) की टीम ने आरोपी को गिरफ्तार कर हत्या की गुत्थी को सुलझा लिया। यह जानकारी प्रेस कॉफ्रेंस में पुलिस उपायुक्त पंकज डहाणे ने दी।
क्या था मामला
अयोध्या सुदाम (25) नामक महिला की उसके प्रेमी ने अपने दोस्त के साथ मिलकर हत्या कर दी थी। इस मामले में पुलिस ने बालाजी उर्फ गुरुजी बैजनाथ धाकतोडे (27) को गिरफ्तार किया है। साथ ही इस हत्या में उसके दोस्त अनिकेत सुनील खंडागले अब तक फरार है। अयोध्या और बालाजी का पिछले दो सालों से अफेयर था। बालाजी का हेअर सलून है, जहां पर दोनों की मुलाकात हुई थी। यह मुलाकात दोस्ती में तब्दील हुई और बाद में दोनों में प्यार हो गया। अयोध्या काफी दिनों से बालाजी को शादी करने के लिए दबाव डाल रही थी। अयोध्या ने बालाजी से कहा था कि वो अपनी पत्नी को छोड़ दे और उससे शादी कर ले। अयोध्या हमेशा बालाजी के घर जाकर शादी करने की बात को लेकर तमाशा किया करती थी। जिससे परेशान होकर बालाजी ने अयोध्या को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया। अपने दोस्त के साथ मिलकर अयोध्या को किसी काम के सिलसिले में बुलाया और ट्रीपल सीट तीनों लोहगांव में एक सुनसान इलाके में गए। उसके बाद अयोध्या की रात 9.30 बजे के करीब चाकू से वार करके हत्या कर दी गई। फिर दोनों दोस्त लाश को वहीं छुपाकर शराब पीने के लिए चले गए। शराब पीकर दोनों दोस्त वापस आए और महिला की लाश को जला दिया।
फेसबुक की मदद से पकड़ा गया आरोपी
पुलिस ने फेसबुक के जरिए अयोध्या की लाश की शिनाख्त की। अयोध्या के हाथ में टैटू बना हुआ था जिसमें अयोध्या लिखा हुआ था। पुलिस ने फेसबुक पर अयोध्या नाम की लड़की का प्रोफाइल ढूंढने की कोशिश की। अयोध्या नाम फेसबुक पर डालने से 100 से ज्यादा प्रोफाइल सामने आईं, पर अयोध्या के हाथ में बनें टैटू की मदद से लाश की शिनाख्त हो पाई। लाश को जलाते समय अयोध्या के जिस हाथ में टैटू बना था वह हाथ पूरी तरह जल नहीं पाया था। पुलिस ने महिला की जली लाश को जब पलटाकर देखा तो हाथ में टैटू बना हुआ दिखा, हाथ को साफ करवाने पर अयोध्या नाम लिखा हुआ मिला। फेसबुक के जरिए पहचान होने के बाद अयोध्या के कॉल डिटेल्स निकाले गए और कॉल डिटेल्स के जरिए आरोपी तक पुलिस पहुंच गई।
हत्या करने के बाद पत्नी को बताई अपनी गलती
अयोध्या की हत्या करने के बाद बालाजी काफी डरा हुआ था। 10 मई को बालाजी हेअर सलून में जाने के बाद घर ही नहीं गया था। हत्या करने के बाद उसने पत्नी को फोन किया कि उससे बहुत बड़ी गलती हुई, इसलिए वो अपना सारा सामान बांधकर गांव चली जाए। बालाजी अपने रिश्तेदारों को मिलने हडपसर गया था, पुलिस ने जाल बिछाकर आरोपी को गिरफ्तार किया।
ये है वो समार्ट पुलिस टीम जिसने आरोपी को पकड़ा
यह कारवाई अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (क्राइम) प्रदीप देशपांडे, पुलिस उपायुक्त पंकज डहाणे, सहायक पुलिस आयुक्त (क्राइम 2) भानुप्रताप बर्गे के मार्गदर्शन में युनिट 5 के प्रभारी अधिकारी दत्ता चव्हाण, सहायक पुलिस निरीक्षक युवराज नांद्रे, सहायक पुलिस फौजदार लक्ष्मण शिंदे, पुलिस कर्मचारी संतोष मोहिते, प्रदीप सुर्वे, प्रवीण शिंदे, राजेश रणसिंह, माणिक पवार, केरबा गलांडे, सिध्दराम कोली, महेश वाघमारे, गणेश बाजारे, प्रवीण कालभोर, अमजद पठाण, अंकुश जोगदंडे, प्रमोद घाडगे, महिला कर्मचारी सुनंदा भालेराव, स्नेहल जाधव ने की है।
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