अयोध्या मुद्दे पर सपा नेता आजम खां का बड़ा बयान, कहा- मुसलमान कभी मंदिर निर्माण का विरोधी नहीं रहा
नई दिल्ली। अयोध्या मुद्दे पर समाजवादी पार्टी के नेता आजम खां ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मंदिर निर्माण का मुसलमान कभी विरोधी नहीं रहा है, हालांकि सुप्रीम कोर्ट के आदेश का इंतजार किया जाना चाहिए। मुसलमान संविधान पर विश्वास करते हैं। आजम खां मेरठ में एक स्कूल कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आए थे। इस दौरान उन्होंने मोबाइल को नुकसानदेह बताते हुए युवाओं को इसका इस्तेमाल नहीं करने की गुजारिश की है।
इसे भी पढ़ें:- ना UPA, ना NDA! बिहार में 2019 को लेकर ये है कुशवाहा का 'मास्टर स्ट्रोक'
अयोध्या मुद्दा सुप्रीम कोर्ट और सरकार के बीच का है: आजम खां
मेरठ में आजम खां ने कहा कि अयोध्या का मुद्दा सुप्रीम कोर्ट और सरकार के बीच का है, मुसलमानों का नहीं है। हम बार-बार कह रहे कि अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर हमारा विश्वास है। आजम खां ने कहा कि 25 नवंबर को अयोध्या में विश्व हिंदू परिषद और दूसरे संगठन रैली की बात कर रहे हैं, उन्होंने महासंग्राम की बात कही है, लेकिन वह किससे महासंग्राम करेंगे। मुसलमान तो बीच में हैं ही नहीं। आजम खां ने सवाल उठाया कि अगर इस तरह की भीड़ जुटेगी तो इससे कोई अनहोनी हो सकती है।
मोदी सरकार पर साधा निशाना
रोजगार के मुद्दे पर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को घेरते हुए आजम खां ने कहा कि सरकार युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए, जिससे उन्हें पकौड़ा नहीं बेचना पड़े। नोटबंदी पर सवाल उठाते हुए कहा कि इस फैसले ने गरीबों को भूखा मरने के लिए मजबूर कर दिया। सरकार अपनी कमियों को छिपाने के लिए शहरों के नाम बदलकर जनता का ध्यान असली मुद्दों से भटकाना चाहती है। शहरों का नाम बदलने से किसी का भला होने वाला नहीं है।
मेरठ में एक कार्यक्रम दौरान कही बात
आजम खां ने जौहर यूनिवर्सिटी की जमकर तारीफ की। उन्होंने इसे बेहद खूबसूरत बताते हुए कहा कि कोई पिकनिक स्पॉट भी इतना खूबसूरत नहीं होगा। इस दौरान उन्होंने कहा कि जौहर यूनिवर्सिटी के बाद वो अब गरीब बच्चों के लिए एक स्कूल खोलेंगे। साथ ही उन्होंने मोदी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि प्रतिमा लगवाने या फिर दूसरे ऐसे काम के लिए आरबीआई से पैसा नहीं लेना चाहिए।
इसे भी पढ़ें:- सोची-समझी रणनीति के तहत बीजेपी आलाकमान ने अपने तीनों सीएम को दिया फ्री हैंड