Ayodhya Case: आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार बोले- तीन तलाक पर दंगा नहीं हुआ तो अयोध्या पर भी नहीं होगा
नई दिल्ली। अयोध्या भूमि विवाद मामले की सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई पूरी होने के बाद देश को अब फैसले का इंतजार है। दोनों ही पक्षों ने लोगों से अपील की है कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला जो भी हो उसे स्वीकार करें और शांति बनाए रखें। वहीं, प्रशासन ने भी बवाल की आशंका को देखते हुए पूरी तैयारी कर रखी है और यूपी के डीजीपी ओपी सिंह ने स्पष्ट किया है कि किसी तरह के बवाल को हवा देने वालों के साथ सख्ती से निपटा जाएगा। इस बीच अयोध्या मामले पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार का बयान आया है।
किसी की ना तो जीत होगी और ना ही किसी की हार होगी- इंद्रेश कुमार
इंद्रेश कुमार ने कहा कि जो भी फैसला आएगा, वह किसी की ना तो जीत होगी और ना ही किसी की हार होगी। उन्होंने कहा कि इसे धर्म से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए। देश में हिंदू-मुस्लिम समेत हर जाति-धर्म के लोग पहले खुद को भारतीय मानते हैं, हर कोई देश में शांति चाहता है। उन्होंने कहा कि जब 8.40 करोड़ महिलाओं को जुल्म से और 8.62 करोड़ पुरुषों को जहन्नुम से बचाने वाला तीन तलाक कानून आया तो ये मुस्लिमों के अंदर का फैसला था, तब भी कुछ लोगों ने इसपर हिंदू-मुस्लिम करने की कोशिश की लेकिन कोई दंगा नहीं हुआ।
फैसले का बाद कोई दंगा नहीं होगा- इंद्रेश कुमार
इंद्रेश कुमार ने कहा कि जब अयोध्या मामले में हाईकोर्ट ने जमीन के बंटवारे का फैसला किया तब भी भावनाएं भड़काने की कोशिश की गई लेकिन जनता नहीं भड़की। ऐसे कई फैसले इस बात का सबूत हैं कि देश की जनता शांति और भाईचारा चाहती है। कुछ लोग डर, भ्रम के जरिए लोगों को भड़काना चाहते हैं लेकिन लोग उनके जाल में नहीं फंसने वाले हैं। इंद्रेश कुमार ने कहा कि मुसलमान भी चाहते हैं कि उनके साथ संवाद हो। पिछले 20 सालों से संवाद शुरू हुआ तो अब वह परिपक्वता की तरफ बढ़ रहा है।
अयोध्या केस में आने वाला है सुप्रीम कोर्ट का फैसला
अयोध्या केस में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के मद्देनजर आरएसएस ने 20 नवंबर तक अपने सभी कार्यक्रम स्थगित कर दिए हैं। इसके अलावा स्वयंसेवकों की एक टीम बनाने का फैसला लिया गया है, जो गुरुवार से 17 नवंबर तक समाज के सभी वर्गों के बीच जाकर शांति बनाए रखने की अपील करेगी। 16 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट में अंतिम सुनवाई के बाद अयोध्या मामले पर फैसला सुरक्षित रख लिया गया था।