अयोध्या विवाद पर फैसले से पहले मुस्लिम पक्षकारों ने लगाया संगीन आरोप
नई दिल्ली। अयोध्या में राम जन्मभूमि विवाद में नया मोड़ आ गया है। छह मुस्लिम पक्षकारों ने आज एक बयान जारी करके सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित मध्यस्थता पैनल पर भेदभाव का आरोप लगाया है। मुस्लिम पक्षकारों ने इस मसले पर किसी भी तरह के समझौते की संभावना से इनकार किया है। वकील एजाज मकबूल ने बयान जारी करके कहा कि मध्यस्थता पैनल के सदस्य और वरिष्ठ वकील श्रीराम पंचू सुन्नी वक्फ बोर्ड के चेयरमैन जफर फारूकी के इशारों पर काम कर रही है। बता दें कि एजाज मकबूल मुस्लिम पक्षकारों के वकील हैं।
जानबूझकर लीक की गई जानकारी
मुस्लिम पक्षकारों ने इस पूरे मसले में कोर्ट से बाहर समझौते की संभावना से साफ इनकार किया है। उनकी तरफ से कहा गया है कि फारुकी ही मुस्लिम पक्ष के प्रतिनिधि हैं और उन्होंने किसी भी तरह के समझौते की पेशकश नहीं की है, ना ही हिंदू पक्ष ने किसी भी तरह के समझौते की बात कही है। मुस्लिम पक्षकारों की ओर से दो पेज का बयान जारी किया गया है जिसमे आरोप लगाया गया है कि जानबूझकर समझौते के प्रस्ताव की जानकारी को लीक किया गया, इसे खुद मध्यस्थता पैनल ने ही लीक किया है। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने साफ तौर पर कहा था कि मध्यस्थता पैनल कार्रवाई पूरी तरह से गोपनीय रहेगी।
कोर्ट के आदेश की अवहेलना
बयान में कहा गया है कि मध्यस्थता पैनल की कार्रवाई को या तो मध्यस्थता कमेटी के इशारों पर लीक किया गया है या फिर जिन लोगों ने इस कार्रवाई में हिस्सा लिया था, उन लोगों ने इसकी कार्रवाई को लीक किया है। बयान में कहा गया है कि जानकारी का लीक होना पूरी तरह से कोर्ट के आदेश का उल्लंघन है। कोर्ट ने कार्रवाई को गोपनीय रखने का आदेश दिया था। लेकिन जिस समय मध्यस्थता पैनल की चर्चा को लीक किया गया है वह बड़े सवाल खड़ा करती है।
जल्द आ सकता है फैसला
गौरतलब है कि रामजन्मभूमि विवाद की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में पूरी हो चुकी है। हिंदू और मुसलमान दोनों ही पक्षों ने अपना तर्क कोर्ट में रख दिया है। सुनवाई के बाद अगले कुछ दिनों में इस विवाद पर कोर्ट का फैसला आ सकता है। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए अयोध्या में धारा 144 को लागू कर दिया गया है। ऐसे में पूरे अयोध्या में किसी को भी झुंड बनाकर एक साथ खड़े होने की इजाजत नहीं होगी। शहर के भीतर आने वाले हर वाहन की चेकिंग की जा रही है और चप्पे चप्पे पर नजर रखी जा रही है ताकि किसी भी तरह की अनहोनी को टाला जा सके।
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